भोपाल। विद्यार्थियों की विज्ञान में रूचि पैदा करने और आमजन के बीच विज्ञान की गौरवपूर्ण उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार के लिए विज्ञान यात्रा का आयोजन जरूरी है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा गुरुवार को नेहरू नगर स्थित विज्ञान भवन में विज्ञान यात्रा के भोपाल जिले में प्रवेश के अवसर पर सम्बोधित कर रहे थे। श्री सखलेचा ने कहा कि पूरी दुनिया को विज्ञान का मूल मंत्र भारत ने ही दिया है। भारत पुनः विज्ञान गुरू बन सकता है। यात्रा का आयोजन विज्ञान भारती, आईआईटी इंदौर और मेपकॉस्ट के संयुक्त तत्वावधान में किया गया है। विज्ञान यात्रा की शुरूआत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी को हुई, जिसका समापन 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर होगा।विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने विज्ञान यात्रा पर निकले वाहन और टीम को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस वाहन में स्कूली छात्रों को प्रेरित करने के लिए छोटे प्रयोगों का प्रदर्शन किया गया है। बस में डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से आमजन को वीडियो दिखाने का प्रावधान भी है।
उल्लेखनीय है कि भारत की आजादी के 75 वें वर्ष के पूर्व स्वदेशी विज्ञान महोत्सव के संदर्भ में 11 से 13 मई 2021 के दौरान आईआईटी इंदौर में मध्यप्रदेश विज्ञान सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। विज्ञान यात्रा 52 जिलों के भ्रमण कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों और जन सामान्य को विज्ञान सम्मेलन के बारे में जागरूक करेगी, जिससे अधिक-से-अधिक लोग इस आयोजन में सहभागिता कर सकें।
म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक डॉ. अनिल कोठारी ने कहा कि भोपाल जिले में इसका शुभारंभ म.प्र. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद से हो रहा है। यह अनूठी यात्रा है। उन्होंने कहा कि विज्ञान सम्मेलन विकसित प्रदेश और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में सहायक साबित होगा। विज्ञान भारती के प्रांतीय संगठन मंत्री श्री प्रजातंत्र गंगेले ने कहा कि विज्ञान सम्मेलन में प्रदेश के उद्यमियों और नवाचारियों को आमंत्रित किया गया है। विज्ञान भारती के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. एस. भदोरिया ने कहा कि विज्ञान यात्रा के दौरान स्थानीय भाषा के जरिये विज्ञान की बातें अधिक-से-अधिक लोगों तक पहुँचाई जा रही हैं। विज्ञान भारती, मध्यभारत प्रांत के अध्यक्ष श्री अमोघ गुप्ता ने कहा कि मध्यप्रदेश विज्ञान सम्मेलन-2021 का उद्देश्य विद्यार्थियों को विज्ञान के लिए उत्प्रेरित करना और जन-जन तक विज्ञान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रसार करना है।
