भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का प्रहरी है और जब विधायिका और मीडिया साझा मंच पर संवाद करते हैं, तब लोकतंत्र की जड़ें और गहरी होती हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकार केवल सूचना देने वाला नहीं है, बल्कि समाज का विचार निर्माता है और उसकी कलम जनता और सत्ता के बीच सशक्त सेतु का काम करती है। श्री तोमर रविवार को राजधानी के होटल लेक व्यू अशोका में सेंट्रल इंडिया प्रेस क्लब (पब्लिक ट्रस्ट) द्वारा आयोजित “मीडिया संवाद एवं दीपावली मिलन” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
“विधायिका एवं पत्रकारिता-लोकतंत्र के दो प्रमुख आधार स्तंभ” विषय पर आयोजित कार्यशाला में नेता प्रतिपक्ष श्री उमंग सिंघार ने कहा कि पत्रकार सच्चाई तक पहुँचने के लिए वही मेहनत करता है, जो एक वकील तर्क जुटाने और जासूस सबूत ढूँढने में करता है। मीडिया लोकतंत्र की आवाज़ है और निष्पक्ष पत्रकारिता ही जन-प्रतिनिधियों को सही दिशा में काम करने के लिए प्रेरित करती है। वरिष्ठ पत्रकार और ट्रस्टी श्री एन.के. सिंह ने प्रेस क्लब के स्थायी भवन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्षों से प्रेस क्लब सक्रिय है, लेकिन आज तक इसका कोई स्थायी भवन नहीं है।
प्रमुख सचिव विधानसभा श्री अरविंद शर्मा ने पत्रकारिता को तथ्यों की तपस्या बताया और कहा कि निष्पक्ष रिपोर्टिंग ही लोकतंत्र का तापमान संतुलित रखती है। विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने पत्रकारों को समाज का आईना बताया और कहा कि उनकी निष्पक्षता लोकतंत्र को जीवंत बनाए रखती है। विधायक श्री भगवानदास सबनानी ने पत्रकारिता की पारदर्शिता और जनहित में भूमिका की सराहना की। मानव अधिकार आयोग सदस्य श्री अवधेश प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारिता एक मिशन है और पत्रकार मानवाधिकारों के प्रहरी है। प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री आशीष अग्रवाल ने कहा कि दीपावली का असली संदेश अंधकार मिटाना है और पत्रकार की कलम वह दीपक है जो विचारों के अंधकार को दूर करती है। श्री भूपेंद्र गुप्ता ने कहा “लोकतंत्र में मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन संवाद अनिवार्य है। मीडिया को संतुलित दृष्टिकोण पेश करना चाहिए।”
