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नियम हैं न पद, फिर भी ढ़ाई लाख रुपए महीने के सीईओ की तैनाती

भोपाल कोआॅपरेटि बैंक कर्मचारियों ने मोर्चा खोला

भोपाल। भोपाल कोआॅपरेटिव सेंट्रल बैंक में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर कर्मचारी विरोध में उतर आए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि बैंक में न तो एडीशनल सीईओ का पद है और न ही ऐसा कोई नियम है, फिर भी ढ़ाई लाख रुपए महीने के व्ययभार वाले अधिकारी की पदस्थापना कर दी गई है। दूसरी ओर, कर्मचारियों के बढ़ते विरोध के बाद अब अपेक्स बैंक ने इसकी पड़ताल शुरु कर दी है। 

इस बारे में भोपाल कोआॅपरेटिव सेंट्रल बैंक के 70 से ज्यादा कर्मचारियों ने राजेंद्र चौबे की अगुवाई में हस्ताक्षर करके ज्ञापन रजिस्ट्रार कोआॅपरेटिव के साथ ही एमडी अपेक्स बैंक को भेजा और बैंक के बाहर इकट्ठा होकर नाराजगी जताई है। इसमें कर्मचारियों ने खुलासा किया है कि एडीशनल सीईओ अरस्तू प्रभाकर की पदस्थापना की गई है, जिनके वेतन, गाड़ी और दो चपरासियों आदि पर हर महीने ढ़ाई लाख रुपए का व्ययभार बैंक पर आ रहा है।  हालांकि पहले से ही बैंक में सीईओ की पदस्थापना है। यह आरोप भी लगाया गया है कि मुरैना बैंक में पदस्थापना के दौरान गबन और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग चुके हैं। 

बैंक कैडर के ही नहीं

कर्मचारियों का कहना है कि एडीशनल सीईओ का पद किसी भी जिला बैंक में नहीं है, न ही भोपाल बैंक में है। इसके अलावा अरस्तू प्रभाकर अपेक्स बैंक कैडर के अधिकारी नही है, न ही सहकारिता विभाग के अधिकारी है। ऐसे में उनको सीईओ का प्रभार नहीं दिया जा सकता। 

नियमानुसार निर्धारण होगा

बैंकों में तैनाती के लिए निर्धारित कमेटी से तय होकर रजिस्ट्रार के स्तर पर फाइनल होता है। भोपाल कोआॅपरेटिव बैंक में पदस्थापना मामले की जानकारी लेकर परीक्षण करवाएंगे, जोभी नियमानुसार होगा, वही निर्धारित होगा। 

                  पीएस तिवारी, एमडी, अपेक्स बैंक

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