भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल और हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि एस मलिमथ से भोपाल बार एसोसिएशन ने मांग की है कि, भोपाल में 7800 वकील होने से हाईकोर्ट की बेंच स्थापित की जाए और जब तक फुल बेंच नहीं मिलती है, तब तक सर्किट बेंच शुरू की जाए। इसके साथ ही न्यायाधीशों द्वारा हर माह 25 केसों के डिस्पोजल का दबाव वकीलों पर ड़ाला जाता है, जिसको रोका जाना चाहिए। वहीं समझौता होने वाले मामलों की फीस आॅनलाइन पक्षकार या वकील के खाते में जमा करवाई जाए।
दरअसल शनिवार को भोपाल बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सुप्रीम कोर्ट जस्टिस संजय किशन कौल, मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रवि एस मलिमथ, जस्टिस शील नागू, जस्टिस विशाल मिश्रा, वरिष्ठ अधिवक्ता सांसद विवेक तंखा, प्रधान जिला न्यायाधीश श्रीमति गिरिबाला सिंह थे। इस मौके पर जिला बार अध्यक्ष पीसी कोठारी ने चीफ जस्टिस एमपी को ज्ञापन सौंपा। इसमें भोपाल कोर्ट में दो नई लिफ्ट की मांग की गई। इस पर सुप्रीम कोर्ट जस्टिस कौल और एमपी चीफ जस्टिस मलिमथ ने भरोसा दिलाया कि मांगों और समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करवाया जाएगा। इसके साथ ही मेडिकल डिस्पेंसरी का उद्घाटन भी किया। वहीं सांसद तन्खा ने महिला रूम के लिए सांसद निधि से 10 लाख रुपए और लायब्रेरी फंड के लिए 50 हजार रुपए स्वीकृत किए गए।
इस मौके पर सचिव सुशील श्रीवास्तव, उपााध्यक्ष सुहाग सिंह सोलंकी, सहसचिव शशि जोशी, कोषाध्यक्ष शुभम मीणा, पुस्तकालयध्यक्ष सौरभ स्थापक, कार्यकारिणी सदस्य अजय सिंह चौहान, विवेक तिवारी, दीपेश श्रीवास्तव, करण सिंह शाक्य, जनार्दन पटेल, पंकज सिंह रघुवंशी, संजय कुमार सेन, तरुण कुमार सोनी, रुपेश कुमार ताकोते, विनोद कुमार ठाकुर, अनिल कुमार दुबे, रचना सिंह चौहान, सपना नागवंशी, दीपिका वैष्णव, कनिष्ठ कार्यकारिणी मयूर मानधन्या, जितेंद्र साहू, लोकेश झा, प्रहलाद सिंह राजपूत, अभिजीत सक्सेना, अपूर्व अवस्थी, रविंद्र प्रताप सिंह हाडा, लक्ष्मी सिंह मीणा, नेहा जैन, रुपीका कुशवाहा आदि थे।