चंडीगढ़। बीजेपी के साथ गठबंधन के कयास के बीच पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की. कैप्टन अमरिंदर सिंह आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ गठबंधन के लिए तैयार हैं. इस बात की पुष्टि उन्होंने खुद की है. हालांकि कैप्टन खट्टर की मुलाकात किस मुद्दे पर हुई यह स्पष्ट नहीं है. लेकिन, अमरिंदर इसे महज शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं. वहीं अपनी पार्टी को लेकर अमरिंदर ने कहा कि सदस्यता अभियान अच्छा चल रहा है और बीजेपी व सहयोगियों के साथ सीटों पर सामंजस्य करके सरकार बनाएंगे. यह मुलाकात ऐसे समय हुई है, जब तीन कृषि कानूनों को वापस लेने वाले एक विधेयक को आज संसद के दोनों सदनों ने पारित दिया.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच करीब बीस मिनट तक बातचीत हुई. मीडिया से बातचीत करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये एक शिष्टाचार के तहत हुई मुलाकात है. इसमें किसी भी तरह के कोई पॉलिटिकल एजेंडा पर बात नहीं हुई है. मैंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के साथ चाय पीने के लिए समय मांगा था. आज काफी अच्छी मुलाकात हुई है.
कैप्टन ने किसानों से अपील की है कि अब जब कृषि कानूनों की वापसी पर मुहर लग चुकी है तो उन्हें भी धरना खत्म कर देना चाहिए. इसके अलावा किसानों के जो 6-7 मुद्दे हैं उन पर भी केंद्र सरकार सहमत है, अब कोई मुद्दा बचा नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं कुछ लोगों के संपर्क में हूं. मुझे लगता है कि आज या 4 दिसंबर को फैसला हो जाएगा. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा हालांकि मेरी किसान नेताओं से आंदोलन को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है, लेकिन कुछ किसान नेता संपर्क में हैं जिनसे जानकारी मिली है.
पंजाब में बीजेपी के साथ गठबंधन पर कैप्टन अमरिंदर सिंह कहा कि जब भी दिल्ली जाऊंगा गठबंधन को लेकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बातचीत जरूर करूंगा. इसके साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू पर कैप्टन ने कहा कि वह सुबह कुछ बोलता है, शाम को कुछ और बोलता है, मैं उसके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता.
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए चुनाव प्रचार करने का एलान किया है. एक निजी चैनल से बातचीत में कैप्टन ने खुलासा करते हुए साफ कर दिया था कि 2022 के चुनावों में वह पंजाब में ही नहीं, बल्कि चार अन्य राज्यों के चुनाव में भी कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ने वाले है।