बेगमगंज। ग्राम पंचायत घोघरी में आज उप सरपंच पद के निर्वाचन के लिए 16 पंचों द्वारा मतदान किया गया लेकिन मतदान के दौरान महिला मतदाताओं के मतों में गड़बड़ी होने से पराजित हुए उप सरपंच सीताराम यादव के समर्थक 10 पंचों ने निर्वाचन प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं होने का आरोप लगाते हुए पुनः निर्वाचन कराए जाने एवं पीठासीन अधिकारी की भूमिका की जांच कराए जाने की भी मांग रखी है।
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| तहसील कार्यालय में रिटर्निंग ऑफिसर एनएस परमार को आवेदन देते हुए घोघरी ग्राम पंचायत के 10 पंचगण |
उप सरपंच निर्वाचन में गड़बड़ी होने पर घोषणा नहीं किए जाने एवं पुनः मतदान कराए जाने को लेकर विरोध में 10 पंचों द्वारा मतदान किए जाने की बात करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया । उप सरपंच चुनाव के दौरान दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों में हंगामा एवं भिड़ंत होते देख कर पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र श्रीवास्तव ने परिणाम घोषित नहीं किया एवं पुलिस की सहायता ली और मतदान सामग्री सहित तहसील मुख्यालय पर आ गए ।
इधर सभी 10 पंचों ने पीठासीन अधिकारी राजेंद्र श्रीवास्तव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने विपक्षी से मिलकर जानबूझकर निर्वाचित हो रहे उपसरपंच को चुनाव हार गया है, जबकि पीठासीन अधिकारी राजेंद्र श्रीवास्तव का कहना है कि उन्होंने मतपत्र सभी 16 पंचों को दे दिए थे और कहा था कि जिस प्रत्याशी को आप को मत देना है उसके नाम के आगे टिक का निशान लगा दे लेकिन महिला पंचों द्वारा मत्र पत्र के नीचे वाले भाग पर टिक का निशान लगाया गया है। जिससे कि मतपत्र में उक्त मत गणना में नहीं आए कि उन्होंने किसे मतदान किया है और वो निरस्त हो गए ।
दूसरे प्रत्याशी के पक्ष में मत आने से वह निर्वाचित हुआ है लेकिन उसके विरोधी 10 पंचो एवं उनके समर्थकों द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया को दोषपूर्ण बताते हुए आरोप लगाए जा रहे हैं कि पीठासीन अधिकारी ने जानबूझकर सामने वाले प्रत्याशी की मदद की है ।
इसी बात को लेकर सभी 10 पंचों में सीताराम यादव , बहादुर सेन ,दामोदर चढ़ार, श्रीमती सरोज रानी, श्रीमती राम दुल्लाईया , प्रीति बाई , केसरबाई , संतरानी , राजरानी एवं नवनिर्वाचित सरपंच श्रीमती जानकीबाई यादव अपने दर्जनों समर्थकों सहित तहसील कार्यालय पहुंचे और रिटर्निंग ऑफिसर एनएस परमार को आपत्ति दर्ज कराते हुए , एक आवेदन देकर पुनः निर्वाचन प्रक्रिया कराए जाने की मांग की है ।
इस संबंध में रिटर्निंग ऑफिसर एनएस परमार का कहना है कि निर्वाचन प्रक्रिया एक बार होती है । मतदान करते समय अशिक्षित महिलाओं द्वारा प्रत्याशी के नाम के आगे टिक का निशान नहीं लगाकर त्रुटिपूर्ण मतपत्र के नीचे टिक के निशान लगाए गए हैं। जिससे ऐसे मत निरस्त माने जाएंगे ।


