देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु के पन्ना सुंदरसाथ आने की उम्मीद
पन्ना । पन्ना स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री प्राणनाथ जी मंदिर जोकि निजानंद संप्रदाय का प्रमुख तीर्थ स्थल श्री 5 पद्मावती पुरी धाम है। यहां आयोजित होने वाले प्रमुख त्योहारों में अंतर्राष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव आगामी माह अक्टूबर में आयोजित होने वाला है जिसकी तैयारियां श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा 1 माह पूर्व से जोर शोर से चल रही हैं। मालूम हो की अंतरराष्ट्रीय आयोजन में देश-विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु सुंदर साथ आते हैं । पूरे 1 सप्ताह से अधिक देना तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में ट्रस्ट की ओर से आने वाले समस्त सुंदर साथ की रुकने व खाने की व्यवस्थाएं रहती है। इस बार इस महोत्सव में काफी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए ट्रस्ट वोट द्वारा पूर्व से ही व्यवस्थाएं शुरू कर दी हैं जिसमें आवास व्यवस्था प्रमुख मानी जाती है जिस को दुरुस्त कराने के लिए 1 माह पूर्व से ही तैयारियां शुरू कर दी गई है।
प्राणनाथ ट्रस्ट ने शुरू की अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव की तैयारियां
श्री 108 प्राणनाथ जी मंदिर ट्रस्ट की ओर से हर साल आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णमा महोत्सव इस साल नौ अक्टूबर को पड़ रहा है। जिसकी शुरुआत 05 अक्टूबर को विजयादशमी पर्व के साथ होगी। आयोजन को लेकर दुनियाभर में फैले प्रणामी संप्रदाय के करीब एक करोड़ लोगों को शामिल होने के लिए ट्रस्ट निमंत्रण भेजा जा रहा है। इसके साथ ही महोत्सव के आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई है। पूरे आयोजन की रूपरेखा भी तैयार कर ली गई है।
दशहरा पर्व की शुुरुआत के साथ शुरू हो जाएगा अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव
महामति प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से महोत्सव के आयोजन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। बताया गयाकि महोत्सव की शुरुआत 05 अक्टूबर को दशहरा पर्व से होगी। इस दिन खेजड़ा मंदिर में महाराजा छत्रसाल के वंशज को तलवार और वीरा सौंपे जाने के साथ महोत्सव शुरू हो जाएगा। इसके तीसरे दिन तेरस की सवारी 07 अक्टूबर को निकाली जाएगा।इसमें खेजड़ा मंदिर से श्रीजी की सवारी को गाजे-बाजे के साथ खेजड़ा मंदिर से महामति प्राणनाथ मंदिर तक लेकर जाया जाएगा। यह आयोजन का दूसरा सबसे बड़ा कार्यक्रम होता है।
शदर पूणिमा महोत्सव का मुख्य कार्यक्रम पांच दिनी जागनी रास की शुरुआत शरद पूर्णिमा की रात को श्रीजी की सवार को बंगलाजी दरबार साहिब से लाकर ब्रह्म चबूतरे में स्थापित की जाएगी। यहां श्रीजी की सवारी पंचमी 14 अक्टूबर की सुबह तक रहेगी। इसके बाद पंचमी केा श्रीजी की सवारी वापस ब्रह्म चबूतरे से बंगलाजी दरबार साहेब में पहुंचने के साथ महोत्सव का समापन हो जाएगा।
आगामी दिनों जिला प्रशासन से बैठक कर पूरे आयोजन की रूपरेखा शेयर करेगा
इस साल शरद पूर्णिमा महोत्सव चुकि कोरोना के संक्रमण के साये के बाहर मनाया जा रहा है इससे इसबार इस अवसर पर परंपरागत रूप से लगने वाला मेला भी लगेगा। जिसको लेकर ट्रस्ट बोर्ड आगामी दिनों जिला प्रशासन से बैठक कर पूरे आयोजन की रूपरेखा शेयर करेगा। मेला के लिए स्थान तय करने के साथ ही पूरे आयोजन के दौरान समुचित सुरक्षा, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, पेयजल सप्लाई और आवास व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी। ट्रस्ट के पास उपलब्ध संसाधनों से 08 से 10 हजार श्रद्धालुओं को रोकने की व्यवस्था है, जबकि करीब 15 हजार लोगों के लिएआवास व्यवस्था उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। पूर्व में महोत्सव के दौरान बारिश होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। इससे इस साल ट्रस्ट बोर्ड जिला प्रशासन से महेंद्र भवन और बड़ी देवन मंदिर के पीछे स्थित छात्रावासों में भी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी आवास व्यवस्था के लिए कहेगा।
इस साल अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है
ट्रस्ट के न्यासी राकेश शर्मा ने बताया इस साल चुकि कोरोना का प्रकोप नहीं है। वाहन भी पूर्व की भांति ही चलने लगे हैं। इससे इस साल अधिक लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इसी हिसाब से तैयारियां भी की जा रही है। अभी प्राइमरी स्तर के काम जैसे साफ-सफाई, प्लंबरिंग, वायरिंग, फिटिंग आदि के काम चल रहे हैं। बताया गया कि आयोजन को लेकर आगामी 14 सितंबर को ट्रस्ट बोर्ड की मीटिंग है। इसमें आयोजन की तैयारियों को लेकर फाइनल रूपरेखा तैयार की जाएगी ।