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सिविल अस्पताल में आयोजित हुआ ब्लड डोनेशन कैंप

बेगमगंज। आमतौर पर लोग रक्त दान से इसलिए डरते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे शरीर में कमज़ोरी हो जाएगी। जबकि ऐसा नहीं है ब्लड डोनेट करने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं। रक्तदान से दिल की सेहत में सुधार होता है, वज़न कंट्रोल में रहता है, कैंसर जैसी बीमारियों का जोखिम कम होता है। रक्तदान से न सिर्फ आपके शरीर पर बल्कि दिमाग़ पर भी पॉज़ीटिव असर पड़ता है। ब्लड डोनेशन से आप किसी ज़रूरतमंद की जान बचाते हैं, और साथ ही आपकी सेहत को भी कई फायदे होते हैं। यही वजह है कि लोगों को इसके बारे में जागरुक करना बेहद ज़रूरी है।

6 ब्लड डोनेशन करते हुए

उक्त बात जिला चिकित्सालय रायसेन से आए ब्लड डोनेशन टीम की मुखिया डॉ स्वाति वर्धे ने सिविल अस्पताल में उपस्थित लोगों के समक्ष कहील। उन्होंने बताया कि रक्तदान करने से वज़न कैलोरी बर्न होती है, जिससे वज़न कम होता है। लाल रक्त कोशिकाओं का स्तर कुछ महीने में बराबर हो जाता है। साथ में अगर आप हेल्दी डाइट और वर्कआउट करते हैं, तो इससे वज़न कंट्रोल में रहेगा। आपके द्वारा डोनेट किए जा रहा ब्लड जरूरतमंद मरीजों को  मुहैया कराया जाता है। इसके लिए पूरे जिले की तहसील मुख्यालय पर ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किए जा रहे हैं ।रक्तदान शिविर का शुभारंभ ब्लड डोनेट उपकरणों से सुसज्जित वाहन के अंदर ही किया गया।  जिसमें ब्लड डोनेट करने वालों का पहले रक्त का नमूना लिया गया उनकी हिस्ट्री पता की गई तथा उनका नाम पता मोबाइल नंबर आदि दर्ज करने के उपरांत संतुष्ट होने पर ही ब्लड लिया गया। ब्लड डोनेट करने के लिए एचडीएफसी बैंक के तीन कर्मचारी नीरज नेमा, आशुतोष पात्रे एवं रोहित जैन के अलावा देवेश नेमा,अजय कुशवाहा, संजय भाईजी ने भी एक एक यूनिट ब्लड डोनेट किया ताकि इमरजेंसी में किसी की जान बचाई जा सके।

एचडीएफसी बैंक के रोहित जैन ने बताया कि वे आठवीं बार ब्लड डोनेट कर रहे हैं स्कूल लाइफ से ही रक्तदान करते आ रहे हैं उन्हें किसी तरह की कोई कमजोरी महसूस नहीं होती ब्लड डोनेट करके भी अपने आप को स्वस्थ महसूस करते हैं।

ब्लड डोनेट करने वालों को रक्तकोष जिला चिकित्सालय रायसेन की ओर से प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। इस अवसर पर सीबीएमओ अनिल कुमार, वरिष्ठ सर्जन विजयलक्ष्मी नागवंशी, डॉ. संदीप यादव, डॉ. नितिन तोमर, डॉ.बीएस शिल्पी,डा. प्रतीक शर्मा, लेखापाल सुनील राय, बीपीएम जयसिंह, एमपीएस अशोक पंथी, सुपरवाइजर भूराराम, लैब टेक्नीशियन आरती रघुवंशी, दिनेश,सौरभ विश्वकर्मा, रामबाबू, विजय, गोलू सहित अन्य स्टाफ मौजूद था।


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