किसानों की समस्या के निराकरण के लिए पहुंचे डीई और नायब तहसीलदार,
समस्या का समाधान नहीं होने पर किसान ने आत्महत्या की दी चेतावनी
बेगमगंज। सरकार का दावा है कि किसानों को भरपूर बिजली दे रहे हैं वहीं सुल्तानगंज क्षेत्र में सरकार का यह दावा खोखला साबित हो रहा है। जहां किसान फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिलने और लो वोल्टेज की समस्या से परेशान हो रहे हैं। एक सप्ताह से परेशान किसानों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने सुल्तानगंज उप केंद्र का घेराव कर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वही एक किसान ने तो आत्महत्या तक की चेतावनी दे डाली।
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विद्युत सब स्टेशन सुल्तानगंज का घेराव किए हुए किसान |
सुल्तानगंज टप्पा के करीब सो गांव के किसानों को एक हफ्ते से बिजली नहीं मिलने से उनकी खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही है। जिसको लेकर किसान आक्रोशित होकर विद्युत सब स्टेशन सुल्तानगंज पहुंच गए और हंगामा करने लगे इसी बीच जिला मुख्यालय से बिजली कंपनी के डीई राजेश दुष्यंत, नायब तहसीलदार अताउल्लाह खान, थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह राजपूत दल बल के साथ पहुंचे और आक्रोशित किसानों को समझाइश देकर दो दिन में समस्या का संपूर्ण समाधान करने का यकीन दिलाया तब कहीं किसानों का आक्रोश कम हुआ।
बता दें कि किसानों को 7 घंटे भी बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है बिजली की आंख मिचोली के कारण कृषि कार्य में लगे विद्युत उपकरण खराब हो रहे हैं। और तो और दो दिन से तो विद्युत सप्लाई ही ठप्प पड़ी थी लो वोल्टेज की समस्या के चलते किसानों की विद्युत मोटरें लोड नही ले पा रही हैं।
उमरहारी गांव के किसान तिलक सिंह तोमर ने आरोप लगाया कि 24 घंटे में मात्र 2 घंटे ही सही तरीके से बिजली उपलब्ध हो पा रही है। किसान चाहते हैं कि आठ -आठ घंटे का शेड्यूल भैंसा, सुनवाहा और राजाधार पड़रिया फीडर पर कर दिया जाए जिससे निश्चित समय पर किसान फसल की सिंचाई कर सकें।
बेरसलागांव के किसान रामनरेश यादव बिजली समस्या से इतना अधिक त्रस्त थे कि उन्होंने अधिकारियों को बिजली की समस्या का समाधान नहीं होने पर विद्युत सब स्टेशन में आत्मदाह करने की चेतावनी दे डाली। बिजली कंपनी के डीई राजेश दुष्यंत ने किसानों को 2 दिनों में विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है और क्षेत्र में दो विद्युत सब स्टेशन बैंक कैपिसिटर स्वीकृति की बात कही जिस पर किसान भड़क गए। उनका कहना था कि समस्या अभी है जब वह तैयार होंगे तब की तब देखी जाएगी। नायब तहसीलदार अताउल्लाह खान और थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह राजपूत ने हस्तक्षेप करते हुए किसानों को समझाइश देकर शांत कराया । वहीं आक्रोशित किसानों ने चेतावनी दी कि यदि 2 दिन के अंदर बिजली की समस्या का समाधान नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
बिजली कंपनी रायसेन के डीई राजेश दुष्यंत का कहना है कि लोड अधिक बढ़ जाने और उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है पहले 150 -160 पीआरए लोड रहता था अब 190 के करीब पहुंच गया है इसका शीघ्र समाधान कराया जाएगा ।