बेगमगंज। नगर के प्रसिध्द वकील राज नारायण रावत उर्फ श्याम रावत के 14 वर्षीय सुपुत्र कुशाग्र रावत का अचानक निधन हो गया जो सेंट थॉमस सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा 9 का इंटेलिजेंट छात्र था। जिससे शहर में शोक छा गया सेंट थॉमस कॉन्वेंट ने अपने स्कूल की एक दिन की छुट्टी की वहीं अदालत में अधिवक्तागण न्यायालयीन कार्य से विरत रहे गैरतगंज न्यायालय के अधिवक्ताओं ने भी भोजन अवकाश के बाद कामकाज नहीं किया और 2 मिनट का मौन रखकर शोक श्रद्धांजलि दी। सुबह 10 बजे कुशाग्र की अंतिम यात्रा टीचर कॉलोनी उनके निवास से शुरू हुई तो क्षेत्र के महिला पुरुष अपने आंसू नहीं रोक पाए। अंतिम यात्रा पलक मती वाले श्मशान घाट पर ले जाई गई जहां कुशाग्र रावत का अंतिम संस्कार विधि विधान के साथ किया गया। कुशाग्र के सहपाटी भी अंतिम दर्शन करने के लिए शमशान पहुंचे और रोते हुए उनकी हिचकियां लग गई उन्हें बा मुश्किल लोगों ने उन्हें संभाला।
आपको बता दें कि कुशाग्र रावत स्कूल से पढ़ाई करने के बाद दोपहर करीब 2:30 बजे घर आया उसके बाद अन्य कामों से फारिग होने के बाद भोजन करने के बाद दूध पिया और अपनी मां से गार्डन जाने की जिद करने लगा मां ने जाने से मना कर दिया तब वह पढ़ाई करने लगा और शाम करीब 6 बजे पेन लेने का कहकर घर से दुकान पर गया और वहीं पास में स्थित गार्डन में पहुंच गया जहां पर झूला आदि झूलने के बाद रिसक पट्टी पर रिसकने के लिए चढ़ा और अचानक अचेत हो गया वहां मौजूद लोगों ने तत्काल सिविल अस्पताल पहुंचाया और परिजनों को खबर दी जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। लेकिन परिजनों का दिल नहीं माना और वे उसे लेकर सागर पहुंच गए वहां पर भी प्राइवेट हॉस्पिटल में चेकअप कराया लेकिन डाक्टरों ने उसे मृत बताया । घटना से पूरा परिवार सदमे में है मृतक की एक छोटी बहिन है अपने पिता का वह इकलौता पुत्र था। घटना की जानकारी लगते ही काफी तादाद में लोग निवास पर एकत्रित हो गए।
अंतिम यात्रा में सभी समाजों के लोग और विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता उनके प्रमुख नेता सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए।