बेगमगंज। शहर की यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई सालों से 6 ट्राफिक पुलिस मैंन की पदस्थापना की मांग की जाती रही है। लेकिन पद बढ़ाना तो दूर वर्तमान में 2 साल से एक भी ट्रैफिक पुलिस शहर में पदस्थ नहीं होने से यातायात व्यवस्था आए दिन बिगड़ती रहती है जिसे संभालने के लिए नगर सैनिकों और पुलिसकर्मियों को मोर्चा संभालना पड़ता है।
शहर में बस स्टैंड, पुराना बस स्टैंड, सागर रोड , कृषि उपज मंडी, गांधी बाजार रोड, गर्ल्स स्कूल रोड ऐसे भीड़भाड़ वाले स्थान है जहां आए दिन जाम लगता है और इन छह स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस की आवश्यकता बरसों से लोग महसूस कर रहे हैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आगमन पर कई बार नगर के गणमान्य लोग इस मांग को रख चुके हैं लेकिन आज तक पद बढ़ाना तो दूर एक भी ट्रैफिक पुलिस का जवान शहर में पदस्थ नहीं होने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रात दिन लोगों की सेवा में लगे हुए पुलिस के जवानों और नगर सैनिकों को अन्य जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के बावजूद बस स्टैंड पुराना बस स्टैंड आदि पर ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए मशक्कत करना पड़ रही है।
ऐसा नहीं है कि जिले से लेकर संभाग तक के अधिकारियों को इसकी जानकारी ना हो व जनप्रतिनिधि भी इससे अनभिग नहीं है बावजूद इसके शहर में एक भी ट्रैफिक पुलिस आरक्षक की पदस्थापना नहीं होना प्रशासनिक कसावट पर सवालिया निशान है।
शहर के बुद्धिजीवी अधिवक्ता गणों में चांद मियां, आईएस बुंदेला, मूरत सिंह ठाकुर, ओपी त्रिवेदी, सईद कमर खान, पंडित डीपी चौबे, अरविंद श्रीवास्तव, गुफरान अली, आमोद शर्मा, विनय ठाकुर, प्रभु नेमा, हेमराज राठौर, राजेश यादव, विनय खरे, संजीव सोनी, महेश नेमा, समाजसेवी शिवनारायण नीखरा, विद्यानंद शर्मा, मंशाराम पंथी, हफीज अली, अब्दुल गनी नुसरत, राजेश जैन इन्दोरी, सैयद आबिद हुसैन, प्रदीप सोनी शून्य, मुन्ना अली दाना, नासिर नवाब, शकील खान ठेकेदार, मुजाहिद अहमद, राशिद मंसूरी पवन दुबे, विनोद शर्मा,
सुनील शर्मा, जिनेश कुमार जैन, सचिन तोमर, राजू नेमा, राकेश श्रीवास, शादाब मंसूरी शाहरुख मंसूरी, मतीन शेख, ताहिर सौदागर, कमलेश विश्वकर्मा आदि ने पुलिस अधीक्षक विकास कुमार सहवाल से नगर में आधा दर्जन ट्राफिक आरक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है।
