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मेडिकल और इंजीनियरिंग की चयन परीक्षा में सरकारी स्कूल के बच्चों की अलग से बनायेंगे मेरिट लिस्ट -मुख्यमंत्री चौहान


भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हम जनता की जिन्दगी बदलने का काम कर रहे हैं। प्रदेश में एक परिवार की तरह सरकार चलाने के प्रयास जारी हैं। महाकाल महाराज से दिन-रात यही प्रार्थना करता हूँ कि प्रदेश की जनता खुश रहे और उसका कल्‍याण हो। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में अनेक कल्याणकारी योजनाएँ संचालित कर गरीब और किसानों की सहायता की जा रही है। गरीब महिलाओं के लिये लाड़ली बहना योजना बनाकर उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से आत्म-निर्भर बनाया जायेगा। युवाओं को सरकारी नौकरी के साथ बड़े पैमाने पर स्व-रोजगार से जोड़ने आर्थिक सहयोग किया जा रहा है। आज प्रदेश के 13 लाख से अधिक युवाओं और महिलाओं को स्व-रोजगार के लिये 9,868 करोड़ रूपये के ऋण वितरित किये गये हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज उज्जैन जिले के महिदपुर नगर में विकास यात्रा में शामिल हुए और राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में स्व-रोजगार के लिए ऋण वितरित किए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ भांजियों के लिये मैंने लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई थी, अब अपनी बहनों के लिये लाड़ली बहना योजना बनाई है। योजना में 5 मार्च से आवेदन लिये जायेंगे। आवेदनों के परीक्षण के बाद 10 जून से सभी पात्र बहनों को 1000 रूपये अंतरित किये जायेंगे। योजना में प्रतिमाह हितग्राही महिला को उसके खाते में राशि अंतरित होती रहेगी। साथ ही वृद्धजन को दी जाने वाली वृद्धावस्था पेंशन राशि 600 रूपये से बढ़ाकर 1000 रूपये की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिये अनेक स्तर पर कार्य हो रहे हैं। जहाँ एक ओर सरकारी नौकरी के लिए सवा लाख भर्तियाँ की जा रही है, वहीं स्व-रोजगार के लिये अनेक योजनाएँ संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि यह देखने में आया है कि मेडिकल और इंजीनियरिंग की चयन परीक्षा में सरकारी स्कूलों के बच्चों का प्रतिशत कम रहता है। इसके दृष्टिगत अब मध्यप्रदेश में नये नियम बना रहे हैं, जिसमें सरकारी स्कूल के बच्चों के लिये अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई अब मध्यप्रदेश में हिन्दी में शुरू कर दी गई है। इससे हमारे गरीब किसान के बेटा-बेटी भी पढ़ाई कर सकेंगे।

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