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नवचंडी सुंदरकांड पाठ संपन्न

बेगमगंज।  चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर नव चंडी  एवं सुंदरकांड पाठ  तिंसूआ गांव में आयोजित किया गया है । मां सिद्धिदात्री को देवी दुर्गा का नौवा रूप माना जाता है मां सिद्धिदात्री की उपासना कर कई सिद्धियां प्राप्‍त की जा सकती  हैं ज्योतिषाचार्य हरिकेश शास्त्री तिंसुआ  वालो ने बताया नवरात्र‍ि में नौ दिन तक जगत जननी जगदंबा की विशेष आराधना होती है,  महानवमी का विशेष महत्‍व होता है. महानवमी के साथ ही नवरात्र‍ि का समापन होता है। नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। सिद्धिदात्री को देवी दुर्गा का नौवा रूप माना जाता है इसी दिन कन्‍या पूजन भी कराया जाता है। इस दिन हवन व पूजन कार्यक्रम के अलावा रात्र‍ि में नवरात्रि का पारण किया जाता है मान्‍यता है कि नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की विशेष उपासना कर कई सिद्धियां प्राप्‍त की जा सकती है । भगवान शिव ने भी सि‍द्ध‍ि प्राप्ति के लिए मां सिद्धिदात्री की विशेष उपासना की थी। सिद्धिदात्री की पूजा विधि ज्योतिषियों के अनुसार, जिस तरह भगवान शिव ने मां सिद्धिदात्री की तपस्या करके आठ सिद्धियां प्राप्ती की थी, उसी तरह माता की विधि विधान से पूजा और मंत्रों के उच्चारण से अष्ट सिद्धि और बुद्धि की प्राप्ति हो सकती है। मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए सर्वप्रथम सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। अच्छे वस्त्र धारण करके मां की पूजा का स्थल तैयार करें, चौकी पर मां सिद्धिदात्री की प्रतिमा स्थापित करें और ध्यान करें, मां सिद्धिदात्री को प्रसाद का भोग लगाएं, माता को फल, फूल आदि अर्पित करें, ज्योति जलाकर सिद्धिदात्री मां की आरती करे अंत में मां सिद्धिदात्री का आशीर्वाद लें इस कार्यक्रम में  वर्णित विद्वान संजय वेदपाठी मुख्य यजमान मनोहर लाल यादव एवं समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।

नवचंडी सुंदरकांड पाठ


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