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मां कर्मा देवी जयंती परंपरागत रूप से मनाई गई

शोभा यात्रा का विभिन्न स्थानों पर किया गया भव्य स्वागत

बेगमगंज।  मां कर्मा भक्त शिरोमणी सेवा, त्याग, भक्ति समर्पण की देवी हैं। परम् आराध्य साध्वी भक्ति शिरोमणी मां कर्मादेवी देश-विदेश में सर्व साहू तेली समाज की आराध्य देवी कर्माबाई की गौरव गाथा जन-जन के मानस में श्रद्धा भक्ति के भाव से विगत हजारों वर्षो से चली आ रही है। अतीत में उनकी पावन गाथा तथा उसने सम्बन्धित लोकगीत और किंवदतिया इस बात के प्रमाण है कि मां कर्मा देवी कोई काल्पनिक पात्र नहीं है। मां कर्मादेवी का जन्म उत्तर प्रदेश के झांसी नगर में चैत्र कृष्ण पक्ष के पाप मोचनी एकादशी संवत् 1073 सन् 1017ई0 को प्रसिद्ध व्यापारी  राम साहू जी के घर में हुआ था। मां कर्मादेवी बाथरी वंश की थी। श्री राम साहू की बेटी कर्मादेवी से साहू समाज का वंश चला आ रहा है। 

उक्त उद्गार दशहरा मैदान मां कर्मा देवी मंदिर परिसर में क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत ने व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि सामाजिक और धार्मिक कार्यो में तन, मन, और धन से  लगनपूर्वक लगे रहना उनमें अत्यधिक रुचि रखना, दीन-दुखियो के प्रति दया भावना रखना। इन सभी करणों से कर्माबाई का यशगान बड़ी तेजी से फेलने लगा। कर्मा देवी जगन्नाथपुरी में समुद्र के किनारे ही रहकर बहुत समय तक अपने आराध्य बालकृष्ण को खिचड़ी का भोग अपने हांथों से खिलाती रहीं और उनकी बाल लीलाओं का आनन्द साक्षात मां यशोदा की तरह लेती रहीं। श्री सिंह ने उपस्थित समाज बंधुओं और नगर के गणमान्य लोगों से मां कर्मा देवी के बताए हुए मार्ग का अनुसरण करने का आवाहन किया उन्होंने आयोजन कर्ताओं को भी बधाई दी कि उन्होंने इतना भव्य आयोजन शहर में आयोजित कर कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर दिया।

मां कर्मा देवी जयंती समारोह एवं कार्यक्रम

मुख्य कार्यक्रम से पहले प्रातः 7 बजे दशहरा मैदान मां कर्मा देवी मंदिर पर सामूहिक आरती आदि के बाद विशाल शोभा यात्रा बाजे गाजो के साथ निकाली गई जिसका समाज बंधुओं सहित विभिन्न समाजों के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया एवं मां कर्मा देवी की झांकी पर प्रसाद चढ़ाया एवं आरती की। मां कर्मा देवी जयंती को लेकर पूरे नगर को स्वागत द्वारों से सजाया गया जगह-जगह झंडे लगाए गए और शोभायात्रा में शामिल लोगों के लिए विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों से स्वल्पाहार जलपान एवं शरबत पिलाया गया।

शोभा यात्रा दशहरा मैदान से शुरू होकर बस स्टैंड गर्ल्स स्कूल रोड शिवालय मंदिर पुराना बस स्टैंड घड़ी पुर क्रिया नारायण दास से वापस पुराना बस स्टैंड होते हुए नगर पालिका के सामने से दशहरा मैदान पहुंची वहां पर नगर के गणमान्य नागरिकों समाज के प्रबुद्ध जनों एवं जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया गया और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महामंत्री राजेंद्र सिंह तोमर ने अपने उद्बोधन में कहा कि आराध्य मां कर्माबाई के जीवन से आत्मबल, निर्भीकता, साहस, पुरूषार्थ, समानता और राष्ट्रभावना की शिक्षा मिलती है। वे अन्याय के आगे कभी झुकी नहीं। उन्होंने संसार के हर दुःख-सुख को स्वीकारा और डट कर उसका मुकाबला किया। गृहस्थ जीवन पूर्ण सम्पन्नता के साथ यापन कर नारी जाति का सम्मान बढ़ाया। अपनी भक्ति से साक्षात् श्रीकृष्ण के दर्शन किए और अपनी गोद में लेकर बालकृष्ण को अपने हाथों खिचड़ी खिलाई।

समाज प्रमुख इमरत लाल साहू ने संत शिरोमणि मां कर्मा देवी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मां कर्मादेवी का विवाह मध्य प्रदेश के जिला शिवपुरी की तहसील मुख्यालय नरवर के निवासी पद्मा  साहू के साथ हुआ था। उस समय नरवरगढ़ एक स्वतंत्र जिला था। परम् आराध्य साध्वी भक्ति शिरोमणी मां कर्मादेवी देश-विदेश में सर्व साहू तेली समाज की आराध्य देवी कर्माबाई की गौरव गाथा जन-जन के मानस में श्रद्धा भक्ति के भाव से विगत हजारों वर्षो से चली आ रही है।

बाल्यावस्था से ही कर्मादेवी को धार्मिक कथा-कहानियां सुनने की अधिक रुचि हो गई थी। यह भक्ति भाव मन्द-मन्द गति से बढता गया। कर्मा जी के विवाह योग्य हो जाने पर उसका सम्बंध नरवर ग्राम के प्रतिष्ठित व्यापारी के पुत्र के साथ कर दिया गया।पति सेवा के बाद कर्माबाई को जितना भी समय मिलता था वह समय भगवान श्री क्रष्ण के भजन-पूजन ध्यान आदि में लगाती थी। 

कार्यक्रम को समाज के अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।

भव्य शोभायात्रा में नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी, पूर्व विधायक देवेंद्र पटेल, राजेंद्र सिंह तोमर, हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष संजय राय, विजय पहलवान, राजेंद्र सोलंकी, सुदर्शन घोसी, लक्ष्मी नारायण चतुर्वेदी, लच्छू महाराज, प्रदीप सोनी, संतोष राय, मोहित लोधी, बृजेश लोधी व साहू समाज से कमल सिंह साहू, हरि साहू, राजू साहू ज्योति मेडिकल, मुकेश साहू, अरविंद साहू, ओंकार साहू, ऋषि साहू, दुर्गेश नगरिया, प्रदीप साहू, राजकुमार साहू, रामकेस साहू, मयंक साहू, राम गोपाल साहू, शोभा रामनगरिया, श्री राम साहू, पंकज साहू, अनिल साहू, गोविंदा साहू, राजेश साहू, प्रदीप मोदी, राकेश साहू, संतोष साहू, संजय साहू, मनीष साहू समेत साहू समाज के बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।


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