लगातार बिना ब्रेक के बाल संरक्षण पर आयोजित की कार्यशालाएं "
बेगमगंज। चाइल्ड कंजर्वेशन फाउंडेशन इंडिया ने 150 वी ई कार्यशाला का सतत आयोजन कर आज एक रिकॉर्ड बनाया। बच्चों के क्षेत्र में काम करने वाले देश भर बाल अधिकार कार्यकर्ताओं के सशक्त मंच के रूप में सीसीएफ ने देश भर में एक नई पहचान बनाई हैं।
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ऑनलाइन बाल संरक्षण पर कार्यशाला । |
आज 150 वी कार्यशाला में देश भर के करीब 18 राज्यों से प्रतिनिधियों ने भाग लिया और सड़क सुरक्षा से जुड़े बच्चों के पहलुओं पर गंभीर विमर्श किया।रेडी असिस्ट संस्था के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी विमल सिंह एसवी ने इस 150 वी बेबनार में सड़क सुरक्षा से जुड़े तकनीकी पक्षों के साथ देश भर में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की चुनौती को रेखांकित किया।श्री सिंह ने बच्चों औऱ अभिभावकों के मध्य जागरूकता से जुड़े विविध प्रश्नों का समाधान किया।उन्होंने बताया कि नई तकनीकी और सुविधाओं के साथ हमें अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता हैं।सड़क सुरक्षा प्रबोधन हमारे जीवन का प्रमुख तत्व होना चाहिए।
सीसीएफ के राष्ट्रीय सचिव डॉ कृपाशंकर चौबे ने सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े आंकड़े साझा करते हुए बताया कि जागरूकता की कमी औऱ असावधानी के चलते भारत मे प्रति घण्टे 17 लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में होती हैं।
उन्होनें बताया कि भारत विश्व के सर्वाधिक 20 दुर्घटना वाले देशों में पहले नम्बर पर है।यह स्थिति जागरूकता से ही कम की जा सकती है।
इस अवसर पर बेबनार में हरियाणा चैप्टर प्रमुख अरविंद खुरानिया,राजस्थान से दया गर्ग,त्रिपुरा से लक्ष्मण ,राकेश अग्रवाल दिल्ली से नवीन शेलार,डॉ केके दीक्षित,ममता सिंह,राधा मिश्रा,सुनीता आर्य,डॉ अजय खेमरिया,अनिल गर्ग समेत अन्य वक्ताओं ने 150वे बेबनार तक के सफर पर अपने अनुभव साझा किए।