लंगड़ा राजकुमार
महात्मा गाँधी के सपने को याद दिलाने कि एक सार्थक पहल
ग्लैमर के पसरते बाजार के बीच निर्देशक अजय आनंद ने इस तरह की फिल्म को बनाने का होसला दिखाया है ! और इसमे उनका साथ दिया है छत्तीसगढ़ रंगमंच के कुछ युवा कलाकारों ने ! 'लंगड़ा राजकुमार' नामक इस फिल्म में गरीबी की उस इंतिहा को दिखाया गया है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी। इसके अलावा नामचीन कलाकारों की गैरमौजूदगी वाली इस फिल्म में दर्शकों का उस सच्चाई से भी साक्षात्कार कराया गया है, जिससे वह खुद रूबरू होते रहे हैं।
अभिव्यक्ति एंटरटेनमेंट, मदारी आर्ट्स और डी.एस. प्रोडक्शन के संयुक्त प्रयास से बनी हिंदी फिल्म 'लंगड़ा राजकुमार' की कहानी एक गरीब पिता-पुत्र के इर्द-गिर्द घूमती है। बेटा प्रतिभावान है और उसका पिता उसे पढ़ाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार रहता है।
हास्य-व्यंग के माध्यम से व्यवस्था पर चोट करती इस फिल्म के लेखक और निर्देशक अजय आनंद खुद दिल्ली और मुम्बई में पत्रकारिता तथा रंगमंच से जुड़े रहे हैं, तथा कई सालों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं ! आनंद इस फिल्म से अपनी निर्देशन की नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "पोस्ट प्रोडक्शन का काम जारी है और फिल्म दिसम्बर तक प्रदर्शित होगी।"
फिल्म के मुख्य कलाकारों में संदीपन नागर, आनंद कुमार, राहिल खान, मास्टर अदनान काल्सेकर, किरण गुप्ता, शरत सोनू, सर्वप्रियदर्शी , वंदना गुप्ता ,कृष्णानद तिवारी और विनय अम्बष्ठ सहित छत्तीसगढ़ रंगमंच के कई कलाकार शामिल हैं। दिनेश सोनी फिल्म के छायाकार हैं और कला निर्देशन अशोक चतुर्वेदी ने किया हैं !फिल्म के एडिटर है चेतन्य वि .तन्ना व मनोज सांकला . !