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एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या

अद्यतन (UPDATE) - 19-10-2012
सिर्फ 36 घंटे में हत्या कांड का पर्दाफाश

सिर्फ 36 घंटे में हत्या कांड का पर्दाफाश पुलिस महकमें के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय यादव ने पूरे मामले का खुलासा सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में किया। एडीजी यादव ने पूरे मामले पर विस्तार से रोशनी डालते हुए दो दिन पूर्व हुई दो मासूमों सहित पांच लोगों की निर्मम हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मृतक दीपसिंह, उसकी पत्नी रूकमणी, दो मासूम बच्चों व दोस्त करीम की हत्या सगे भाइयों विनोद मालवीय, बनेसिंह मालवीय व भांजे संजय द्वारा विवाद के बाद की गई। एडीजी ने जांच टीम को पुरस्कृत किए जाने की घोषणा भी की है। हत्याओं से पहले पिता से विवाद पुलिस ने बताया कि शुक्र्रवार शाम सात बजे मृतक दीपसिंह अपनी कार में परिवार व दोस्त को बैठाकर पिता मथुरा प्रसाद के घर गया था। यहां विवाद के दौरान उसके पिता को सिर में चोट भी आई थी। इसके बाद रात नौ से दस के बीच जहां पिता व घर की महिलाओं को दूसरे घर भेज दिया गया था, तो दीपसिंह व उसके दोस्त को कमरे में बंद कर उनके साथ तीनों आरोपियों द्वारा मारपीट की गई थी। इस मारपीट के बाद आरोपियों ने दोनों के गले में रस्सी से फंदा लगाकर घर की म्याल के सहारे इन्हें फांसी लगा दी। इसी दौरान मृतक दीपसिंह की पत्नी रूकमणी व पास ही सोए दोनों मासूम बच्चों संजना और सौरभ का भी रस्सी से गला घोंट दिया गया। एडीजी यादव ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से पांच रस्सियां, मृतक करीम के दो मोबाइल, घटना में प्रयुक्त एक डंडा, एक दरांता व खून लगे कपड़े भी बरामद किए हैं। ये हैं जांच करने वाले इस जघन्य हत्याकांड के 36 घंटे में किए गए खुलासे में जहां पुलिस की जांच टीम को वाह-वाही मिल रही है वहीं जांच के दौरान सबूतों का अंबार लगाने वाली भोपाल सीआईडी टीम, भोपाल एफएसएल टीम प्रभारी ओपी दीक्षित का भी विशेष योगदान रहा।

सिर्फ 36 घंटे में हत्या कांड का पर्दाफाशइधर डीआईजी भोपाल रेंज डा आशा माथुर, एसपी केबी शर्मा ने इस मामले की जांच के लिए जो टीम बनाई थी, उसमें एएसपी अमित सक्सेना, एसडीओपी अवनीश बंसल के साथ ही बिलकिसगंज टीआई केके भार्गव व कोतवाली के एएसआई गिरीश दुबे को शामिल किया गया। इनके अलावा जिले से किसी को भी जांच के आसपास फटकने तक नहीं दिया गया। पारिवारिक विवाद में गई पांचवें की जान कार में मृत पाए गए पांचवें युवक की जान भाइयों के विवाद में बेवजह चली गई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि अलवर निवासी करीम खान नामक युवक पूर्व में हडंबा मशीन के साथ बिलकिसगंज आया था, यहां उसकी पहचान दीपसिंह से हो गई। फसल कटाई का सीजन फिर प्रारंभ होने पर यह युवक ग्राम खेड़ली पहुंचा था। यहां पारिवारिक विवाद के दिन भी यह युवक मृतक दीपसिंह के साथ उसके पिता के घर गया था। यहां विवाद के दौरान इसकी भी हत्या कर दी गई। बहाए थे घडियाली आंसू शनिवार सुबह जब कार से पांच शवों को निकालकर एक खलिहान में रखा गया, तो दस घंटे पहले जिन लोगों ने इन पांचाें की निर्ममता से हत्या की थी, वो दोनों भाई बनेसिंह व विनोद इन शवों के पास घडियाली आंसू बहाते नजर आ रहे थे। उस वक्त इन्हें देखकर कोई शक तक नहीं कर पा रहा था कि यह हत्याएं बिलख रहे भाइयों ने ही की हैं। इधर शवों के पास चीख रहीं घर की महिलाएं भी पूरे घटनाक्रम से परिचित थी, लेकिन आंसू और चीखों के पीछे की सच्चाई दो दिन बाद पुलिस सामने ले आई।


अद्यतन (UPDATE)

दो भाई और भांजे ने किया कत्ल

प्रॉपर्टी विवाद में गई पांच जानें

15-10-2012 - ब्यूरो, भोपाल

दो दिन पहले सीहोर 20 किलोमीटर दूर बिलकीसगंज के पास स्थित खेड़ली गांव में हुई पांच लोगों की हत्या के आरोपी पुलिस की गिरफ्तर में आ चुके हैं। इस हत्याकांड को मृतक के सगे बड़े भाइयों और नाबालिग भांजे ने अंजाम दिया था। गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को बिलकिसगंज के पास खेड़ली जोड़ पर एक मारुति कार में दीपसिंह, उनकी पत्नी रुकमणी, बेटी संजना, बेटे सौरभ और करीम खान के शव मिले थे। पांचों की हत्या रस्सी से गला घोंटकर की गई थी।
भोपाल रेंज के आईजी विजय यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हत्या की पुष्टि के बाद अलग-अलग टीम बनाकर जांच की गई। जांच में पता चला कि घटना की रात दीपसिंह अपनी पत्नी, बच्चों और दोस्त के साथ खेड़ली स्थित अपने पिता मथुरा प्रसाद के घर गए थे। वहां उसके दो बड़े भाई विनोद सिंह व बने सिंह और नाबालिग भांजा पहले से मौजूद थे। आईजी यादव ने बताया कि भाइयों में प्रॉपर्टी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। उस दिन भी भाइयों में विवाद हुआ। इसके बाद तीनों आरोपियों ने मिलकर दीपसिंह, उसके परिवार और दोस्त की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपियों ने शवों को दीपसिंह की कार में रखकर कार मेन रोड पर सड़क किनारे धकेल दी। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से वारदात में इस्तेमाल रस्सियां बरामद कर ली हैं। सूत्रों के मुताबिक मृतक और उसके दोनों आरोपी भाई आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय थे। दीपसिंह प्रॉपर्टी को लेकर भाइयों और पिता से अड़ीबाजी करता था।

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आमिर खान, सीहोर।

सीहोर-बिलकिसगंज मार्ग पर शनिवार सुबह हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया। बिलकिसगंज से मात्र एक किलोमीटर पहले ग्राम खेड़ली के पास सड़क किनारे खाई में एक कार से पांच लोगों के शव बरामद किए गए। सड़क दुर्घटना सा प्रतीत हो रहा मामला आगे चलकर एकसाथ पांच लोगों के अंधे कत्ल के मामले में बदल गया।
एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या

एक साथ पांच लोगों की हत्या की खबर ने पूरे पुलिस महकमें के साथ ही लोगों को हिला कर रख दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए,आईजी विजय यादव, डीआईजी आशा माथुर, एसपी के बी शर्मा स्वयं मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने खाई में पड़ी कार से एक-एक कर सभी लोगों के शव बाहर निकलवाए। मरने वालों में एक पूरा परिवार भी शामिल था। हत्यारों ने बड़ी निर्ममता से दो मासूम बच्चों सहित पांच लोगों को मौत के घाट उतारा था। फिलहाल पुलिस को हत्यारों का कोई सुराग नहीं लग सका है। जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर बिलकिसगंज थाना अंतर्गत ग्राम खेड़ली से गुजरने वाले सीहोर-बिलकिसगंज मार्ग पर ग्रामीणों को शनिवार सुबह लाल रंग की मारूति कार क्रमांक एमपी04-वी3547 खाई में पड़ी दिखाई दी। मामले की सूचना बिलकिसगंज थाने को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार की जांच करने पर उसमें चार से पांच लोग होना पाया। इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। मौके पर पहुंची एफएसएल टीम व अन्य विशेष्ाज्ञों की जांच के बाद कार से शव निकालने के बाद इनकी जांच की गई तो मामला सीधा-सीधा हत्या का होना पाया गया। शवों की शिनाख्त ग्राम खेड़ली निवासी 35 वर्षीय दीपसिंह मालवीय पिता मथुरा प्रसाद, 28 वर्षीय रूकमणी मालवीय पत्नि दीपसिंह मालवीय, पुत्री 10 वर्षीय संजना मालवीय, पुत्र 7 वर्षीय सौरभ मालवीय के रूप में की गई। कार की अगली सीट पर एक 30 वर्षीय युवक का शव भी मिला था, जिसकी पहचान नहीं हो सकी है। दोनों पुरूषों के शरीर पर चोटों के निशान मिले हैं, वहीं महिला सहित बच्चों के गले घोटने की बातें सामने आई है। मृतक दीपसिंह की है कार जांच के दौरान सामने आया कि जिस कार में पांच लोगों के शव पाए गए हैं, वह मृतक दीपसिंह मालवीय की बताई जा रही है, जो अक्सर उसके घर ही खड़ी रहती थी। इस कार की पिछली सीट पर जहां दो बच्चों सहित पति-पत्नी के शव मिले हैं तो वहीं अंजान युवक का शव गाड़ी की अगली सीट पर मिला है। ड्राइवर की सीट खाली मिली है, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि कोई अज्ञात शख्स कार चलाकर इन लोगों को यहां फेंक गया है। एफएसएल, डाग स्क्वाड और विशेषज्ञ पीएम चिकित्सक बुलाए पुलिस इस ±दय विदारक घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों तक पहुंचने के लिए सभी उपलब्ध साधनों का इस्तेमाल कर रही है। घटना के समय जहां सीहोर व भोपाल से एफएसएल टीम के विशेषज्ञ लोगों को बुलवाया गया वहीं भोपाल से प्रशिक्षित श्वान की सेवाएं भी सबूत तलाशने के लिए की गई। इधर पोस्टमार्टम के लिए भी राजधानी से पोस्टमार्टम विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलाया गया, घटना के छह घंटे बाद शाम चार बजे के आसपास पीएम हो पाया।
एक ही परिवार के 5 सदस्यों की हत्या
पुलिस ने कार में मिले पांचवें युवक की शिनाख्ती के लिए ग्रामीणों से भी मदद ली, लेकिन आसपास का कोई भी व्यक्ति इस युवक के बारे में कुछ भी नहीं बता सका।

अकड़ गए थे शव
मरने वाले सभी पांचों लोगों के शव अकड़ गए थे। सुबह दस बजे तक तेज धूप में पड़े होने के बाद भी इन शवों की अकड़न में कोई कमी नहीं आई थी। शवों के इस तरह से अकड़ने से पुलिस अधिकारी हत्या की घटना का समय 10 से 12 घंटे पहले होना बता रहे हैं। मौके पर मिली कार की अगली सीट पर बड़ी मात्रा में रक्तस्त्राव होना भी पाया गया है। मृतकों में दोनों पुरूषों के शरीर पर चोटों के निशान व महिला व बच्चों के गले पर गला घोंटने के निशान साफ दिखाई दे रहे थे। 

आरोपियों का सुराग नहीं 
फिलहाल मामला अंधे कत्ल का बना हुआ है। इस मामले में अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट व अन्य सबूतों के आधार पर भी जांच की दिशा तय करने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग सका
है। 
-केबी शर्मा, पुलिस अधीक्षक सीहोर 

शाम सात बजे गांव में देखा था 
ग्रामीणों व अन्य सूत्रों से पूछताछ में पुलिस के सामने यह बात सामने आई है कि मृतक दीपसिंह को शुक्रवार शाम सात बजे गांव में घूमते हुए देखा गया था। इस आधार पर पुलिस घटना का समय रात नौ बजे से 12 बजे बीच होना मान रही है। इधर इस मामले में यह बात भी सामने आई है कि मृतक दीपसिंह जहां आपराधिक पृष्ठभूमि का था वहीं बीते कुछ वर्षो से वह प्रापर्टी के काम में भी लगा हुआ था। पुलिस इन सभी बिंदुओं को लेकर जांच कर रही है। इस मामले में उल्लेखनीय यह भी है कि कार में मिली पांचवें व्यक्ति की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाईहै। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति किसी मुस्लिम परिवार से संबंधित है। पुलिस ने अपनी जांच में यह बात भी पाई है कि हत्या की घटना को किसी ओर स्थान पर अंजाम देकर शवों को कार में रखकर सीहोर-भोपाल मार्ग पर लाया गया। यहां कार को सड़क किनारे से खाई में गिराकर दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की गई है। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध पांच लोगों की हत्या का मामला दर्ज किया है।

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