भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की चेतावनी के बाद पूर्व मुख्ममंत्री बाबूलाल गौर ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के भोपाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वादा निभाने की बात करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में भोपाल से टिकट देने की मांग की है।
रविवार को बाबूलाल गौर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए भोपाल संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ने का आफर दिया था। उस समय मैंने उनसे विचार कर बताने कहा था। आज में दिग्विजय सिंह का प्रस्ताव ठुकरा रहा हूं। लेकिन, 25 जून को दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे मंच पर बोला था गौर साब एक बार और, अब में प्रधानमंत्रीजी से उनका किया हुआ वादा निभाने की मांग कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मोदीजी अपना वादा जरूर निभाएंगे। गौर ने फिर गाना गाते हुए कहा कि जो वादा किया है वो निभाना पड़ेगा, तुम्हें मुझे भोपाल से टिकट देना पड़ेगा।
क्या कहा था गौर ने:
- भाजपा अब कुशाभाऊ ठाकरे वाली पार्टी नहीं है। अब यहां पर वरिष्ठों का सम्मान नहीं होता है, उन्हें अपमानित किया जाता है।
- राघव जी, सरताज सिंह, और रामकृष्ण कुसमरिया जैसे वरिष्ठ नेताओं को अपमानित किया गया।
- लक्ष्मीकांत शर्मा का कद बढ़ने लगा तो उन्हें व्यापमं में फंसा दिया।
- कैलाश विजयवर्गीय जैसे नेता को प्रदेश छोड़ना पड़ा।
- एक के बाद एक अपने ही वरिष्ठ नेताओं को षड़यंत्र करके ठिकाने लगा दिया गया।
- पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया तो इसके एवज में हमने भी काम किया। इस बार पार्टी को चुनाव जितवाया।
- विधानसभा चुनाव के सर्वे में जिनका नाम नहीं था, उन्हें टिकट दिया।
- राघवजी की बेटी को टिकट नहीं दिया। जब उम्र का क्राइटेरिया नहीं था तो सरताज सिंह को टिकट क्यों नहीं मिला।
- रामकृष्ण कुसमरिया को भी बाहर कर दिया गया। मुझे भी बहू कृष्णा का टिकट मुश्किल से मिला। ये सब क्यों हो रहा है।
- वरिष्ठ नेताओं के सहयोग के बिना पार्टी का भविष्य ठीक नहीं।
चेतावनी दी थी: गौर के इस बयान के बाद भाजपा के भोपाल सीट के लोकसभा प्रभारी स्वतंत्रदेव उनसे मिलने पहुंचे थे। गौर और सिंह के बीच लगभग एक घंटे बातचीत हुई थी। देर रात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने गौर को अनुशासन में रहने की चेतावनी दी थी।