महू। महू विकासखंड़ में भू- माफियाओं द्वारा बड़ी संख्या में अवैध कॉलोनियों को फार्म हाउसो के नाम पर काटा जा रहा है। लेकिन स्थानीय प्रशासान कुछ खास कार्यवाही अब तक नहीं कर पाया है। हालांकि एसडीएम अक्षत जैन का कहना है कि हमारे द्वारा अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है परंतु विकासखंड में अब तक कहीं भी दमदार कार्यवाही नज़र नहीं आई है।
कहीं कार्यवाही... कहीं छुट...
| यहां कृषि भूमि पर फार्म हाउस के नाम पर अवासीय कॉलोनी काटी जा रही है। |
महू एसडीएम अक्षत जैन द्वारा क्षेत्रिय पटवारियों एवं आरआई को अवैध कॉलोनियों के खिलाफ मौका पंचनामा की कार्यवाही कर विभाग में प्रस्तुत करने के निर्देश भले ही दिए गए हो। लेकिन अधिकांश स्थानो पर देखने में आया है कि अब तक सिर्फ खानापूर्ति की कार्यवाही ही की गई है। हालांकि स्वंय एसडीएम ने संज्ञान लेकर एबी रोड़ स्थित न्यू उमरिया कॉलोनी के कॉलोनाइजर के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए यहां के विकास कार्याे के लिए एक समिति का गठन किया है। लेकिन इसी पंचायत क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट हब की गैर अवासीय भूमि पर भू-माफिया संतोष गहलोत द्वारा काटी गई गुमनाम कॉलोनी के विरूद्ध अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। यहां इस कॉलोनाइजर ने सब्जबाग दिखाकर कई प्लाटो को महंगे दामो पर बेचा है जबंकि शेष की बिक्री मार्केटींग के माध्यम से जारी है। इसी की तर्ज पर यहां पहले भी एक गुमनाम कॉलोनी ट्रांसपोर्ट हब की गैर अवासीय भूमि पर काटी जा चुकी है। जहां विकास के नाम पर सबकुछ शून्य है। इधर ग्राम कैलोद में सुमेरू हिल्स से लगी एक और नई कॉलोनी विकसील हो रही है जिसमें यहीं की दो पहाडियों भूमियों को बगैर किसी अनुमति के जेसीबी व पोखलेन से खोदा जा रहा है और निकलने वाले मुर्रम मटेरिया से कॉलोनी की सड़क सहित अन्य निर्माण कार्य किए जा रहे है। यहां सीधे तौर पर शासन को लाखो की राजस्व हानि पहुंचाई जा रही है।
हेरीटेज और सुदरवन
एक दिन पूर्व पातालपानी स्थित बाबुलाल की कृषी भूमि पर महिला पटवारी प्रतिभा कैथवास पहुंची थी। यहां लगभग 7 बिघा कृषि भूमि पर इंदौर के पाल और गुप्ता बंघु द्वारा किसान बाबुलाल से रेशो डील में एग्रीमेंट कर फार्म हाउस कॉलोनी को काटा जा रहा है। बड़ी बात यह है कि इन माफियाओं ने एक प्राकृतिक नदी भी लीलते हुए कई छोटे बड़े पेड़ो को जेसीबी के पंजे की भेंट चढ़ा दिया है। मामले में महिला पटवारी का कहना है। यहां पेड़ो की कटाई की गई है। जिस स्थान पर नदी है वहां के सिमांकन का हमने बोला है। बारिश के चलते पंचनामा नहीं बनाया जा सका था। जिसे अब बनाया जाएगा। इसी प्रकार आम्बांचदन क्षेत्र में कृषि भूमि पर फार्म हाउस काटे जा रहे है। हालांकि यहां से सब्जबाग भरे बेनर पोस्टर नायब तहसीलदार आनंद मालविय की फटकार के बाद हटा दिए गए लेकिन फार्म के नाम पर प्लाटो को बेचने का काम इंदौर के एक और सिमरोल के एक भू-माफिया द्वारा किया जा रहा है। यहां भी अब तक खानापूर्ति की कार्यवाही ही की गई है। सूत्रों का दावा है यहां भी इन भू-माफियाओं ने शासकीय भूमि पर पैर पसारे है।