Type Here to Get Search Results !

गन्ना कटाई के नाम पर लेकर गया था ठेकेदार, बंधक बना पीटा, विधायक के संज्ञान के बाद पुलिस मुक्त कराकर लाई 39 मजदूर

रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र पहुंचे मजदूरों की दास्ता: एसपी सहित पुलिस फोर्स का किया सम्मान

नरसिंहगढ़। जिले के नरसिंहगढ़ के जाटव समाज के 38 (दलित वर्ग) मजदूरों को गन्ना कटाई के नाम पर महाराष्ट्र कोल्हापुर में बंधक बनाकर 20 दिन तक काम कराने का मामला सामने आया है। मजदूरों को जो ठेकेदार राजगढ़ से लेकर गया था उसने उन्हें 5 लाख रुपए में दूसरे ठेकेदार को सौंप दिया था। मजदूरों को वहां बंधक बनाकर काम कराया और रुपए मांगने पिटाई तक कर दी गई। खाने को भी नहीं दिया। ऐसे में मजदूरों ने सोशल मीडिया प्लटेफार्म (नरसिंहगढ़ के वाट्सएप ग्रुप) पर मैसेज करके उन्हें महाराष्ट्र में बंधक बनाए जाने की पोस्क करके मदद मांगी। इस पर नरसिंहगढ़ के गजेंद्र सोनी व दिनेश जाटव ने विधायक राज्यवर्धनसिंह के संज्ञान में लाए। इस पर विधायक श्री सिंह ने संबंधित मजदूरों से वाट्सएप के जरिए फोटो व वहां की स्थिति और नाम, पते मंगाए और राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित, एसपी प्रदीप शर्मा को पूरे मामले से अवगत कराकर मजदूरों को मुक्त कराकर लाने में मदद मांगी। एसपी ने एसआई राकेश दामले के नेतृत्व में तीन पुलिस कर्मियों को कोल्हापुर महाराष्ट्र भेजा। वहां से पुलिस उन्हें मुक्त कराकर लेकर राजगढ़ आई। कोल्हापुर में ही एक महिला मजदूर को प्रसव भी हो गया है जिसका तीन दिन का बच्चा भी मुक्त कराकर लाए गए मजदूरों के साथ नए मेहमान के रूप में आया है। इस पर शुक्रवार दोपहर को नरसिंहगढ़ थाने में दलित समाज की ओर से आयोजित कार्यक्रम में राजगढ़ एसपी श्री शर्मा सहित पुलिस फोर्स को सम्मानित किया गया। 

ये हैं पूरा मामला:

दरअसल नरसिंहगढ़ के अंबेड़कर नगर के 38 मजदूरों (जिनमें 13 महिलाएं भी शामिल थीं) को मेहबबू नामक ठेकेदार 400 रुपए प्रतिदिन प्रति मजदूर के हिसाब से महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मजदूरी कराने लेकर गया था। ठेकेदार मेहबूब ने मजदूरों से काम शुरू करने के 8 दिन में पहला भुगतान व हर सप्ताह भुगतान करने का वादा भी मजदूरों से किया था। उक्त ठेकेदार मजदूरों को कोल्हापुर के करवी गांव में मजदूरों को 5 लाख रुपए में महेश चौहान नामक दूसरे व्यक्ति को सौंपकर वापस आ गया था। मजदूरों से महेश ठाकुर ने करीब 20 दिन तक गन्ना कटाई का काम कराया। जब तय शर्त के तहत मजदूरों ने 8 दिन बाद उनकी मजदूरी मांगी तो उनसे महेश ने कह दिया कि, मैंने तुम लोगों को 5 लाख में लिया है। या तो मेरे पांच लाख रुपए दो, नहीं तो जब तक रुपए नहीं पट जाते तब तक यही पर रहकर चुपचाप काम करो, वरना मारे जाओगे।

मजदूरी मांगी तो पीटा, बिस्तर भी छुड़ाए:

मुक्त कराए गए मजदूरों ने बताया कि, वे अपने घर से कुछ रुपए खर्च के लिए व खाने और पीने का सामान बांधकर अपने साथ ले गए थे। उनके रुपए व सामान खत्म होने पर उन्होंने जब महेश से मजदूरी के रुपए व खाने पीने का सामान मांगा तो उनके साथ मारपीट की गई। सोने के बिस्तर, कपड़े तक छुड़ाकर रख लिए गए। तब मजदूरों में से एक ने नरसिंहगढ़ के वाट्सएप ग्रुप पर उन्हें बंधक बनाए जाने का मैसेज डालकर मदद मांगी। इस पर मामला विधायक के संज्ञान में आने के बाद विधायक ने कुछ रुपए मजदूरों के खाते में डलवाकर उनके खाने व पीने का इंतजाम कराया। साथ ही कलेक्टर व एसपी को पूरी स्थिति से अवगत कराकर मजदूरों को मुक्त कराकर वापस लाने के लिए मदद मांगी। 

 28 घंटे कार चलाकर पहुंची पुलिस:

एसपी श्री शर्मा ने भी मामले में तुरंत संज्ञान लेकर एसआई राकेश दामले के नेतृत्व में प्रधान आरक्षक मांगीलाल, आरक्षक राजमल को कोल्हापुर महाराष्ट्र भेजा। राजगढ़ का पुलिस फोर्स लगातार 28 घंटे गाड़ी चलाकर कोल्हापुर पहुंचा। राजगढ़ एसपी ने कोल्हापुर एसपी शैलेंद्र बनवाड़े से बात कर राजगढ़ के मजदूरों को मुक्त कराने में मदद मांगी। इसके बाद कोल्हापुर पुलिस की मदद से राजगढ़ पुलिस टीम मजदूरों को कोल्हापुर से गोवा एक्सप्रेस ट्रेन से भोपाल व वहां से राजगढ़ लेकर पहुंचे।

एसपी का सम्मान, कलेक्टर ने कहा- स्थानीय स्तर पर ही मुहैया कराएंगे रोजगार:

मुक्त होकर लौटे मजदूरों के बाद शुक्रवार दोपहर 1:30 बजे नरसिंहगढ़ थाना पुलिस में कार्यक्रम हुआ। विधायक श्रीसिंह, कलेक्टर श्री दीक्षित की मौजूदगी में हुए उक्त कार्यक्रम में एसपी प्रदीप शर्मा, एसआई श्री दामले, हेड कांस्टेबल मांगीलाल व कांस्टेबल राजमल सहित पुलिस फोर्स को पुष्पहार पहनाकर जाटव समाज व जनप्रतिनिधियों ने सम्मान किया। इस दौरान एसपी श्री शर्मा ने मुक्त कराएं गए 3 दिन के बच्चे को अपनी गोद मे उठाकर अपनी माला भी पहनाकर बच्चे को प्यार किया। इनमें एएसपी मनकामना प्रसाद, एसडीओपी भातेन्दु शर्मा, टीआई रविन्द्र चावरिया सहित बड़ी संख्या में मुक्त कराएं गए भी थे जिन्होंने पुलिस, प्रशासन व विधायक का आभार माना।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.