हाईकोर्ट के निर्देश पर निर्वाचन अधिकारियों ने सारे प्रत्याशियो की बुलाई बैठक और दिया 7 दिन का अल्टीमेटम
भोपाल। विवादों से घिरे भोपाल चैंबर आॅफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के चुनाव अब फिर से लटकते नजर आ रहे हैं। हाईकोर्ट के निर्देश पर तैनात निर्वाचन अधिकारियों ने चुनाव करवाने पर होने वाले खर्च के लिए जरुरी 3 लाख रुपए का इंतजाम करने के लिए सारे प्रत्याशियों को 7 दिन का अल्टीमेटम हाईकोर्ट दिया है। दूसरी ओर, चैंबर के खाते से पैसा निकालने के लिए हस्ताक्षर की अथॉरिटी वाले चैंबर के कार्यवाहक अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और सचिव में इस मुद्दे पर सहमति नहीं बन सकी है।
दरअसल चैंबर चुनाव को लेकर हाईकोर्ट के निर्देश पर निर्वाचन अधिकारी एडवोकेट रोहित श्रोती और आकाश तैलंग ने शनिवार को सारे 55 प्रत्याशियों की ज्वाइंट मीटिंग बुलाई थी। इस पर मीटिंग में 50 प्रत्याशी पहुंंचे। निर्वाचन अधिकारियों ने वैलेट पेपर, स्टेशननरी छपवाने के अलावा चुनाव के लिए हॉल बुक करने, सुरक्षा, सारे प्रत्याशियों को वैधानिक सूचना पहुंचाने और निर्वाचन संबंधी अन्य खर्चों के लिए करीब 3 लाख रुपए की जरूरत बताई।
यह राशि प्रत्याशियों द्वारा नामांकन फार्म खरीदने के बदले दी गई थी, जिसको चुनाव खर्च के लिए अलग बैंक खाते में जमा करना चाहिए था। बावजूद इस चुनावी खर्च राशि को चैंबर के ही खाते में जमा करवा दिया गया। अब इस राशि को निकालना है तो विड्रावल के लिए चेक पर चैंबर के कार्यवाहक अध्यक्ष, सचिव सह कोषाध्यक्ष के हस्ताक्षर होना अनिवार्य हैं। मजे की बात यह है कि आपसी टकराव के चलते कार्यवाहक अध्यक्ष ललित जैन और सचिव मुकेश सेन ने एक-दूसरे के खिलाफ कोहेफिजा थाने में एफआईआर दर्ज करवा रखी है।
7 दिन की दी गई मोहलत
चैंबर चुनाव के प्रत्याशियों में खर्च को लेकर सहमति नहीं बनने और आरोप-प्रत्यारोप के चलते निर्वाचन अधिकारियों ने सारे प्रत्याशियों से साफ-साफ कहा कि खर्च बिना चुनाव नहीं करवाए जा सकेंगे। आपसी विवादों को दरकिनार करके 7 दिन में राशि का इंतजाम कर दिया जाए, अन्यथा रिपोर्ट हाईकोर्ट में सबमिट कर दी जाएगी।
सब मिलकर करेंगे इंतजाम
यह प्रस्तावित किया गया कि निर्वाचन अधिकारी पत्र लिखकर कार्यवाहक अध्यक्ष ललित जैन से कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर राशि निकालें। अगर ऐसा नहीं होता तो सारे प्रत्याशी मिलकर चुनाव का खर्च वहन करेंगे।
आलोक पंचरत्न, सद्भावना पैनल
हम राशि देने को तैयार
विपक्षी लगातार चुनाव में बाधा पहुंचा रहे हैं, फिर भी हम चुनाव को तैयार हैं। चुनाव खर्च की राशि चैंबर खाते से नहीं निकलती हो तब भी हमारी पैनल वहन करेगी। चुनाव बाद राशि को एडजस्ट कर लिया जाएगा।
रामबाबू शर्मा, प्रगतिशील पैनल