सायबर राज्य मुख्यालय में प्रदेशभर के पुलिस अधिकारियों की तीन दिवसीय ट्रेनिंग
भोपाल। सायबर क्राइम इंवेस्टीगेशन के लिए बेहद जरुरी है अपडेट रहना, जिससे नए-नए अपराधों के तौर-तरीकों की जानकारी मिलने में आसानी होती है। साथ ही सायबर क्राइम होने के तत्काल बाद ही जांच कैसे और किन तरीकों से की जाए, इसकी भी दिशा मिलती है।
यह विचार सायबर क्राइम इंवेस्टीगेशन ट्रेनिंग में प्रदेशभर से आए पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव श्रीवास्तव ने व्यक्त किए। अभी सायबर मुख्यालय में तीन दिवसीय ट्रेनिंग चल रही है। इसमें सोशल मीडिया के माध्यम से बैंक, रेलवे, बिजली बिल, रेलवे टिकट, लॉटरी आदि से जुडेÞ फ्रॉड की शिकायत होते ही कैसे जांच करना है, कैसे तकनीकी जांच में साफ्टवेयर का इस्तेमाल करना है, कैसे दूसरे प्रदेशों से समन्वय करना है के बारे में बताया जा रहा है।
ज्ञात हो कि अभी तक प्रदेशभर के दस हजार पुलिस अधिकारियों से लेकर आरक्षकों तक को सायबर क्राइम संबंधी ट्रेनिंग दी जा चुकी है। साथ ही स्कूलों, महाविद्यालयों, शापिंग माल, सोशल क्लब आदि में सायबर एक्सपर्ट जाकर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं।