बेगमगंज। केंद्र सरकार द्वारा 14वें वित्त आयोग के तहत होने वाले कार्य व राशि खर्च में पारदर्शिता लाने के लिए सरपंच व सचिव के डिजिटल हस्ताक्षर की प्रक्रिया शुरू की थी। इसके लिए बाकायदा पंचायतों में कंप्यूटर भी दिए गए। लेकिन इसके बावजूद दो कंप्यूटर दुकानों पर सरपंच सचिव के डिजिटल हस्ताक्षर की पेन ड्राइव और कुछ दस्तावेज रखे होने की जानकारी पर जनपद सीईओ आशीष जोशी, पंचायत इंस्पेक्टर लक्ष्मीनारायण रजक अन्य 3 सदस्यी टीम के साथ दोनों दुकानों पर पहुंचे और वहां पर करीब तीन दर्जन पेनड्राइव और कुछ आवश्यक दस्तावेज फाइले जब्त की हैं जबकि एक दुकानदार के गायब हो जाने पर उसकी दुकान को सील किया गया है।
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| कार्रवाई करते जनपद सीईओ व अन्य |
प्राप्त जानकारी के अनुसार नीलेश श्रीवास्तव की कंप्यूटर दुकान पर जब टीम पहुंची तो वहां पर करीब 30 से अधिक पेनड्राइव जिनमें सरपंच सचिव के डिजिटल सिग्नेचर होते हैं वहां रखी पाई गई और कुछ आवश्यक दस्तावेज जो सचिवों के पास होते हैं वह भी वहां रखे मिलने से उन्हें जप्त किया गया है जनपद की इस कार्रवाई से सरपंच सचिवों में हड़कंप मच गया ।जब टीम दूसरी दुकान शिव ओम कंप्यूटर पर पहुंची तो दुकान संचालक दुकान से गायब मिला। उपस्थित कर्मचारी के पास दराज की चाबी नहीं होने पर काफी देर अधिकारियों द्वारा इंतजार किया गया मोबाइल से संपर्क के बावजूद दुकान संचालक उपस्थित नहीं हुआ तब दुकान को सील कर दिया गया वहां पर भी इसी तरीके के दस्तावेज और पेनड्राइव मिलने की पुख्ता जानकारी अधिकारियों को प्राप्त हुई है।
भ्रष्टाचार इस हद तक बढ़ गया है कि लोगों को इस बात का ख्याल नहीं है कि उनके हस्ताक्षर का किस तरह से उपयोग किया जा रहा है। जबकि फर्जीवाड़े को लेकर कुछ पंचायतों की पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल की जांच पेंडिंग है और यह नया मामला सामने आने पर और भी कई गड़बड़ियां अनेकों पंचायतों में सामने आ सकती हैं।
इस संबंध में जनपद सीईओ आशीष जोशी का कहना है कि दस्तावेज और जो पेनड्राइव जप्त की हैं जांच उपरांत क्लियर हो पाएगा गया किन-किन पंचायत की हैं उस हिसाब से उनके खिलाफ कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।

