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शव परीक्षण का इंतजार करते परिजन |
बेगमगंज। जंगली जानवरों से फसल बचाने के लिए किसानों द्वारा रखवाली कराई जा रही है। इसी तारतम्भ में ग्राम जमुनिया तालुका पड़रिया में एक 45 वर्षीय खेतीहर मजदूर की खेत में बने टपरे की लाइट जलाते समय करंट लगने से मौत हो गई।
पुलिस सहायक निरीक्षक रामकुमार सिंह ने बताया कि ग्राम जमुनिया तालुका पड़रिया के किसान रामलोचन सिंह राजपूत के खेत पर रामदयाल आदिवासी पिता ढोकल सिंह आदिवासी 45 वर्ष फसल की रखवाली करता था । मंगलवार को उसके भतीजे का निधन होने के कारण वह अपने घर उसके अंतिम संस्कार के लिए आ गया था।
शाम को लौटकर करीब 7 बजे वह खेत पर पहुंचा और उसने खेत पर बने टपरे का बल्ब जलाने के लिए जैसे ही स्विच ऑन किया ,तभी वह करंट की चपेट में आ गया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई । मृतक रामदयाल खेत की लाइट जलाने के बाद वह घर पर वापस आकर भोजन करता था लेकिन जब भोजन करने के लिए अपने घर वापस नहीं लौटा तो उसका छोटा भाई शंकर आदिवासी उसे बुलाने के लिए खेत पर गया तो देखा कि उसका भाई अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है और उसके हाथ से बिजली का तार चिपका हुआ है सारा माजरा समझकर उसने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी ।
मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा बनाकर मर्ग कायम कर विवेचना में लिया है। मृतक के भाई शंकर सिंह आदिवासी ने बताया कि उसका बड़ा भाई रामदयाल गांव के किसान रामलोचन सिंह राजपूत के जहां खेत की रखवाली करता था। प्रतिदिन शाम को वह खेत की लाइट वगैरा जलाकर घर वापस आ जाता था लेकिन मंगलवार की शाम को अब वह नहीं आया तो वह उसको भोजन करने के लिए बुलाने गए थे। यहां पर उन्होंने उक्त घटना देखने के पश्चात पुलिस को इसकी सूचना दी ।