इंदौर। अयोध्या मामले में फैसले की तारीख नजदीक आते ही पुलिस और जिला प्रशासन सक्रिय हो गए हैं। गुरुवार को जहां इंदौर पुलिस और जिला प्रशासन ने संयुक्त रूप से पत्रकारवार्ता कर जन सामान्य में सकारात्मक और सौहार्द्र संदेश भेजने की अपील की। वहीं थानों पर किसी भी कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए पुलिस जवानों से अभ्यास किया। इसके साथ ही जवानों से संवेदनशील स्थानों पर मोर्चा संभालना भी शुरू कर दिया है।
लसूडिया थाने पर विशेष पुलिस अधिकारी और नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ स्थानीय फोर्स को बलवा के दौरान किसी प्रकार से खुद को तैयार कर स्थिति को नियंत्रित करना है इसकी समझाइश दी गई। इस दौरान जवानों ने बलवा सामग्री के साथ रिहर्सल भी किया। कठिन समय में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष पुलिस अधिकारियों को तैयार किया गया है। खजराना क्षेत्र में यही 500 अधिकारी जिम्मा संभालेंगे।
लसुडिया थाने पर जवानों को समझाइश देते थाना प्रभारी।
उधर, अयोध्या मामले में फैसले की आ रही घड़ी को देखते हुए इंदौर पुलिस और जिला प्रशासन ने पत्रकारों से बात की। पुलिस प्रशासन ने कहा कि ऐसे कोई भी शरारती तत्वों को नहीं बख्शा जाएगा, जो दौरान किसी भी तरह के अनर्गल मैसेज सोशल मीडिया पर चलाएंगे या लोगों को भड़काने की कोशिश करेंगे। अलग-अलग विभागों द्वारा जारी अलर्ट के बाद प्रशासन किसी भी प्रकार की कमी नहीं रखना चहता है। लोगों से भी अपील की गई है कि किसी के बहकावे में ना आएं।
वहीं इंदौर कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है, जिस का उल्लंघन करने पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र ने बताया कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील इलाकों में लगातार डोमिनेशन मार्च भी निकाला जा रहा है। इसके अलावा भारत और बांग्लादेश के खिलाफ होने वाले पहले टेस्ट मैच को लेकर भी 1000 अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया है। ये खिलाड़ियों की सुरक्षा के साथ ही स्टेडियम के भीतर और बाहर निगरानी रखेंगे।
