गृहमंत्री की दो टूक, अमेजन के अधिकारी नोटिस पर नहीं आते, तो पुलिसिया तरीके से लाया जाएगा
भोपाल। आॅनलाइन कंपनी अमेजन के खिलाफ भिंड में आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के बाद अमेरिकी दूतावास ने इस मामले की जानकारी मांगी। हालांकि भिंड एसपी ने साफ कह दिया, डायरेक्ट किसी भी विदेशी दूतावास के अधिकारी से बात करने के लिए वह अधिकृत नही है, इसलिए पुलिस मुख्यालय से संपर्क करें। दूसरी ओर , गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि अगर एफआईआर होने के बाद अमेजन के अधिकारी नही आते हैं तो उनको पुलिसिया तरीके से लाया जाएगा।
ज्ञात हो कि आॅनलाइन गांजा मुहैया करवाने के मामले में भिंड पुलिस ने अन्य आरोपियों के साथ ही अमेजन को भी आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज की है। यह खबर फैलने के बाद बीते बुधवार दोपहर को अमेरिकी दूतावास से भिंड एसपी मनोज कुमार सिंह के पास फोन आया। दूतावास की एक महिला अधिकारी ने भिंड एसपी से पूछा कि, अमेजन के अधिकारियों की भूमिका कैसे इस मामले में संलिप्त बताई जा रही है। इसका आधार क्या है। इस पर भिंड एसपी ने कहा कि विदेशी दूतावास को डायरेक्ट जानकारी देने के लिए अधिकृत नही है, इस बारे में प्रदेश सरकार और पुलिस मुख्याल से संपर्क करें।
गृहमंत्री ने दिया अल्टीमेटम
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में टंट्या भील के बलिदान दिवस की तैयारियों संबंधी बैठक के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि आॅनलाइन जहर मंगाकर युवक द्वारा आत्महत्या के मामले में अमेजन पर एफआईआर के निर्देश दिए जा चुके हैं। नोटिस पर भी कंपनी के अफसर नहीं आते हैं तो उन्हें पुलिसिया तरीके से लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि अमेजन पर जहर और गांजे की डिलिवरी जैसे गंभीर आरोप हैं। इंदौर में 18 साल का लड़के अमेजन से आॅनलाइन जहर मंगाकर सुसाइड किए जाने की जानकारी उन्हें मिली है। ऐसे तो कोई आॅनलाइन हथियार की भी डिलिवरी कर सकता है। मध्यप्रदेश में ये नहीं होने दिया जाएगा। गृहमंत्री ने कहा,हथियार, गांजा और जहर सप्लाई करने वाली ई-कॉमर्स साइट्स के खिलाफ जल्द ही मध्यप्रदेश में नीति लाई जाएगी और इसे केंद्र के पास भेजा जाएगा।