मुंबई। जितनी देर में आपने इस खबर की स्लग, हेडलाइन और टैग लाइन पढ़ी है उतनी देर में जमैका की स्प्रिंटर शैली एना फ्रेसर प्रेसी (10.67 सेकंड) ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 100 मीटर की दूरी तय कर ली थी।
वे सोमवार को फर्राटा दौड़ की वर्ल्ड चैंपियन बन गईं। यहां जमैक की रनर्स ने (गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज) तीनों मेडल जीते हैं। एक दिन पहले मेंस कैटेगरी की 100 मीटर रेस में भी ऐसा ही हुआ था। रविवार को अमेरिकन रनर्स ने गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज जीते थे।
वर्ल्ड चैंपियनशिप के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 100 मीटर रेस की (मेंस और विमेंस कैटेगरी) क्लीन स्वीप हुआ हो। इससे पहले 1991 और 1983 के सीजन की मेंस कैटेगरी के धावकों ने क्लीन स्वीप किया था। दोनों ही बार अमेरिकन ने तीनों मेडल जीते थे। लेकिन उन सीजन के विमेन रेस के मेडल अलग-अलग देशों को मिले थे। विमेंस में पहली बार किसी देश ने क्लीन स्वीप किया है।
