कर्जमाफी का वादा कर 15 साल बाद सत्ता में आई कांग्रेस की सरकार पर अब किसानों के साथ धोखा किए जाने का आरोप लगने लगा है। कमलनाथ सरकार द्वारा किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जा रहा है, लेकिन आगर मालवा जिले के एक किसान का आरोप है कि उसके सिर्फ 13 रुपए माफ किए गए हैं, जबकि उसके 20 हजार रुपए माफ होने थे।
आगर मालवा जिले से पांच किलोमीटर दूर निपनिया बैजनाथ के किसान शिवलाल और शिवनारायण ने आरोप लगाया कि उसका नाम कृषि ऋण माफी की सूची में शामिल किया गया था। उसने बैंक से 20 हजार रुपए का लोन ले रखा था। उसने अधिकारियों को सभी दस्तावेज उपलब्ध करवाए थे, लेकिन जब लिस्ट में नाम आया तो सिर्फ उसके 13 रुपये माफ किए, जबकि उसके 20 हजार रुपए माफ किए जाने थे। किसान का कहना है कि सरकार ने कहा था कि किसानों के दो लाख रुपए तक के कर्ज माफ किए जाएंगे। मैं आपनी फरियाद लेकर अधिकारियों के पास गया, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि हम कुछ नहीं कर सकते। किसान का आरोप है कि सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर उसके साथ छलावा किया है।
कर्जमॉफी के लिए सरकार ने शुरू की योजना : सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ से सबसे पहले किसानों के कर्जमाफी वाले दस्तावेज पर साइन किए थे। उन्होंने कर्ज माफी को लेकर जय किसान ऋण मुक्ति योजना शुरू की है। योजना के तहत लिस्ट में शामिल किसानों को फार्म भरने हैं, जिसके बाद उनकी ऋण माफी की सूची सरकारी दफ्तर में लगाई जा रही है