भोपाल। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अखिल भारतीय कालिदास समारोह का शुभारंभ कर वे अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। महाकवि कालिदास की कृतियाँ हमें आनन्दित करती हैं। संगीत से मन प्रफुल्लित होता है। जिन कलाकारों को राष्ट्रीय कालिदास सम्मान से विभूषित किया गया है, उन्होंने अपनी कला और संगीत से आनंद दिया है। कथक नृत्य भगवान की स्तुति पर आधारित है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि बीते दिनों श्री महाकाल लोक का प्रसारण पूरी दुनिया के 24 देशों में देखा गया। नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, कला, साहित्य, इतिहास और महापुरूषों का समय-समय पर परिचय देना चाहिये। हम सब भारत माता के प्रति हृदय से भक्ति रखे और देश के गौरवशाली इतिहास को जीवन में उतारें। महापुरूषों के आदर्श पर चलें। हमारा साहित्य और कला सदैव हमें प्रेरणा देते रहेंगे।
राज्यपाल श्री पटेल ने शुक्रवार को देव प्रबोधिनी एकादशी पर सात दिवसीय अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2022 का शुभारम्भ किया। सारस्वत अतिथि श्री तुलसी पीठाधीश्वर पद्म विभूषण जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज थे। अध्यक्षता संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने की। सांसद श्री अनिल फिरोजिया, महापौर श्री मुकेश टटवाल, विधायक महिदपुर श्री बहादुरसिंह चौहान विशिष्ट अतिथि थे। कालिदास संस्कृत अकादमी के पं.सूर्यनारायण व्यास संकुल सभागृह में विक्रम विश्वविद्यालय और कालिदास संस्कृत अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के तत्वावधान में समारोह का शुभारम्भ हुआ।
समारोह में पद्मभूषण श्री बुधादित्य मुखर्जी (सितार वादन), पद्मश्री डॉ.पुरू दाधीच (कथक नृत्य), श्री वासुदेव कामथ (चित्रकला) और रंगकर्मी एवं प्रसिद्ध अभिनेता श्री राजीव वर्मा को राज्य शासन के प्रतिष्ठित अलंकरण ‘राष्ट्रीय कालिदास सम्मान’ से विभूषित किया गया।
सारस्वत अतिथि स्वामी रामभद्राचार्यजी महाराज ने संस्कृत में आशीर्वचन दिया। संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि महाकवि कालिदास के जीवन का वर्णन हमारे द्वारा समय-समय पर सुना और पढ़ा जाता रहा है। साहित्य, कला, संस्कृति और संस्कार मानव जीवन को परिपूर्ण करते हैं। इन विधाओं के सम्पूर्ण विकास के लिये संस्कृति विभाग द्वारा निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। आने वाली पीढ़ी रामचरित मानस के आदर्शों को अपने जीवन में उतार सके, उनसे परिचित हो सके, इसके लिये संस्कृति विभाग द्वारा रामचरित मानस पर आधारित ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन बीते दिनों किया गया है। मंत्री सुश्री ठाकुर ने कहा कि उन्होंने महू विधानसभा में 234 स्कूल का नामकरण देश के महान क्रान्तिकारियों के नाम पर किया है। आने वाली पीढ़ी क्रान्तिकारियों के जीवन परिचय से भलीभांति परिचित हो, यह हम सबका प्रयास होना चाहिये। सभी लोग अपने घरों में देश के महान क्रान्तिकारियों के चित्र अवश्य लगायें।