अमर शहीद सरदार भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने वालों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी, जिससे कई घायल हो गए। कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस बीच प्रतिमा स्थापना के तुरंत बाद माल्यार्पण करने पहुंची विधायक सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की जानकारी होते ही मौके से खिसक गईं। इसके बाद पुलिस प्रतिमा को उखाड़कर थाने ले गई।

और पलटने में देर नहीं लगाई सपा विधायक ने
इधर माल्यार्पण करने के बाद विधायक शकुंतला देवी थाने जाकर बैठ गईं। वह वहां करीब एक घंटा तक मौजूद रहीं। अधिकारियों ने जब उन्हें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश हैं कि बिना शासन की अनुमति के किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कोई प्रतिमा न लगाई जाए तो विधायक शकुंतला देवी एकदम पलट गईं। उन्होंने प्रतिमा लगाने वाले युवकों को समझाया कि अगर पुलिस प्रतिमा हटाती है तो हटाने दें, वह एमपी मिथिलेश कुमार (अपने पति) के आते ही शासन से प्रतिमा लगवाने की अनुमति प्राप्त कर लेंगी। इस बीच मौके पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई।
विधायक के जाते ही पुलिस ने भांजी लाठियां
विधायक शकुंतला देवी जैसे ही थाने से निकलकर वापस गईं, वैसे ही पुलिस ने प्रतिमा स्थल पर मौजूद लोगों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। खुद सीओ सदर ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। पुलिस की पिटाई से कई लोग घायल हो गए। कई को पुलिस ने पकड़ कर हवालात में डाल दिया। इस बीच पुलिस ने शहीद की प्रतिमा को उखाड़ लिया और थाने ले गई। भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के लोगों ने इसे शहीद का अपमान बताते हुए माइक पर देशभक्ति के गाने लगाए तो पुलिस उनका सारा तामझाम भी समेट ले गई। इस बीच घटना की कवरेज कर रहे पत्रकारों को पुलिस व प्रशासन के अफसरों ने हड़काकर कैमरे बंद कराने की भी कोशिश की। घायलों में मनोज तिवारी व राजा भैया की हालत गंभीर बताई गई है। इस घटना से क्षेत्र के लोगों में पुलिस के खिलाफ काफी रोष है।