पुलिस की सक्रियता में आई कमी माफियाओं के लिये अच्छे दिन की सौगात बन गई है। एक बार फिर शहर में ही बोल्डर व रेत की आवक तेज हो गई है। रात भर में सैकडों डम्फर गिट्टी व रेत जहां चाहे वहां डम्प हो जाता है।

गोरखधंधा
पुलिस की ढिलाई बनी माफियाओं के लिये वरदान
शहर से लगे आसपास के क्षेत्रों से खजिनों का अवैध दोहन कर मुख्यालय में बिक्री का दौर चल रहा है बिना किसी रायल्टी के रात भर में हजारो टाली रेत व बोल्डर डम्प हो रहा है। कोतवाली पुलिस की भी मूक स्वीकृती नजर आ रही है। रात 2 बजे के बाद से सुबह 8 बजे तक पुलिस की सक्रियता लगभग शून्य रहती है। 6 घंटे में चारो तरफ से लगे माफिया अपने मंसूबो को अंजाम दे देते है और निर्धारित स्थान पर डंप कर पैसे का लेन देन पूरे दिन चलता रहता है।
थनहवा टोला, लालता चौराहा, जमोडी तिराहा, कालेज के पास से लेकर शहर के बीचों बीच कई जगहों पर अवैध खनिजों का भंडारण देखने को मिल रहा है। लावारिस हालत में पडे ये खनिज विभागीय नजर में नही आ रहे है। रात्रिकालीन समय में जिस तरह से अवैध उत्खनन का दौर चल रहा है और वाहनों को लेकर जिस गति से ड्रायवर चलते है उससे यह साफ नजर आता है कि कभी भी भीषण दुर्घटना हो सकती है। बिना नंबर के वाहन फर्राटे भर रहे है।
अवैध उत्खनन करते तीन पोकमैन जप्त
शिव-शक्ति एसोसियेट के रामजी एवं श्याम जी ने काफी लंबे समय से सिंगरौली जिले के ग्राम रेही में स्थित नदी के बीचोंबीच 6 किलोमीटर लंबी रोड बनाकर सीधी जिले के अंतर्गत डोल सीमा में गोपद नदी के अंदर तक सड़क बनाकर अवैध उत्खनन कर रहे थे।
वे प्रतिदिन लगभग 200 डम्फर रेत का अवैध उत्खनन कर बेचने के लिए रीवा भेजते थे। कलेक्टर विशेष गढ़पाले को जैसे ही सीधी जिले में अवैध उत्खनन की जानकारी मिली उन्होंने चितरंगी के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार रामनिवास चौधरी और एसएएफ की टीम तथा सिंगरौली जिले से पुलिसबल को कार्यवाही के लिए भेजा। कलेक्टर गढ़पाले ने बताया कि सीधी तथा सिंगरौली के विशेष दल ने सीधी जिले के ग्राम डोल के गोपद नदी में अवैध रूप से उत्खनन का 12 लाख घनमीटर अवैध रेत तथा तीन (पी.सी. मशीने) पोकमैन मशीने जप्त की गयी। कलेक्टर ने बताया कि संबंधित ठेकेदार को वैध खनिज की लीज भी दी गयी थी, लेकिन उनके द्वारा वैध खनिज का उत्खनन न कराकर अवैध खनिज का उत्खनन किया जा रहा था। अब तक चार किलोमीटर की रोड हटाई जा चुकी है। उक्त कार्यवाही में जिला खनिज सर्वेयर मुनीन्द्र सिंह भी मौजूद थे।