खंडवा। हरसूद में बच्चा चुराने वाली गैंग द्वारा बच्चों को उठा ले जाने की अफवाह के बाद अफरातफरी मच गई। पालक स्कूल पहुंचे और अपने बच्चों को छुट्टी से पहले ही घर ले आए। जैसे जैसे इसकी सूचना फैलती गई युवाओं की टोलियां सक्रिय हो गई। आक्रोशित भीड़ ने जगह जगह अज्ञात लोगों को पीटा। घायलों को ले जा रही एंबुलेंस को भी रोक दिया। इसी बीच गुरुवार रात 9.20 बजे वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद मुकेश बौरासी पर हुए कथित हमले से पूरा माहौल गड़बडा गया। हरसूद पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला।
एसआई एसआर भारते, आरएस सोलंकी, एएसआई अरुण पाटील, पीएसआई सरोज मुवैल सभी स्कूलों में गए और अफवाहों से सतर्क रहने की अपील की। गुस्साए लोग मारपीट पर उतारू हुए। पार्षद पर कथित हमले के बाद गुस्साए लोग सक्रिय हो गए। ग्राम पाटाखाली में अज्ञात व्यक्ति और थोड़ी देर बाद ग्राम खोखरिया लौट रहे आदिवासी युवक को भी आक्रोशित युवाओं का शिकार होना पड़ा। एकत्रित भीड़ ने थाने व अस्पताल में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर डाली। आक्रोशित भीड़ का शिकार घायलों को खंडवा ले जा रही एबुलेंस को भी रोक दिया।
मराठा आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में 108 लोग गिरफ्तार, पुलिसवालों पर भी हुआ था हमलापार्षद पर कथित हमले से अफवाह ने जोर पकड़ा : रात 9.20 बजे सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया गया। जिसमें पार्षद मुकेश बौरासी ने बच्चा उठाने वाली गैंग के हमले की बात कही। पार्षद ने थाने में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी भतीजी को ऑटो में सवार लोग घर के पास से ले जाने का प्रयास कर रहे थे। उसे बचाने में अज्ञात लोगों ने जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं, हमला कर दिया। इस घटना से लोग डर गए। सेक्टर 1,4,8,9 क्षेत्र में युवाओं की टोली सक्रिय होकर अज्ञात लोगों की तलाश में जुट गई। पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा।
एसआई एसआर भारते, आरएस सोलंकी, एएसआई अरुण पाटील, पीएसआई सरोज मुवैल सभी स्कूलों में गए और अफवाहों से सतर्क रहने की अपील की। गुस्साए लोग मारपीट पर उतारू हुए। पार्षद पर कथित हमले के बाद गुस्साए लोग सक्रिय हो गए। ग्राम पाटाखाली में अज्ञात व्यक्ति और थोड़ी देर बाद ग्राम खोखरिया लौट रहे आदिवासी युवक को भी आक्रोशित युवाओं का शिकार होना पड़ा। एकत्रित भीड़ ने थाने व अस्पताल में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर डाली। आक्रोशित भीड़ का शिकार घायलों को खंडवा ले जा रही एबुलेंस को भी रोक दिया।
