मौके पर मौजूद मिले दूसरी बीट के नाकेदार की भी जांच शुरू
भोपाल। मोरवन पार्क में लगाए गए दस साल पुराने 100 से ज्यादा पेड़ जेसीबी से उखाड़कर जमीन पर कब्जा करने वाले भू माफिया की जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली के राजसात की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पेड़ उखाड़ते समय दूसरी बीट के नाकेदार के मौजूद रहने की भी जांच होगी।
बीते 15 नवंबर को मोरवन पार्क में लगाए गए दस साल पुराने सौ से ज्यादा पेड़ों को भू माफिया ने उखाड़कर जमीन पर कब्जे का प्रयास किया था। हालांकि मौके पर पहुंचे वन अमले का देखकर जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली के ड्राइवर सहित अन्य लोग भाग निकले। इस पर दोनों गाड़ियों को जब्त करके शाहपुरा थाने में खड़ा करवाया गया है। सूत्रों का दावा हैकि जेसीबी और ट्रैक्टर ट्राली को राजसात से बचाने के लिए भू माफिया ने कोशिश शुरू कर दी है। इसके लिए वन अमले की फाइल को नगर निगम में अटकाने के लिए जुगाड़ लगाई गई है। ज्ञात हो कि राजधानी परियोजना प्रशासन के समाप्त किए जाने के बाद उसके पार्कों की जिम्मेदारी नगर निेगम को सौंपी गई है। ऐसे में मोरवन पार्क में पूर्व में सीपीए द्वारा किए गए प्लांटेशन की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब निगम की उद्यान शाखा निभा रही है। ऐसे में राजसात की कार्रवाई भी नगर निगम की ओर से ही हो सकेगी।
दूसरी बीट का नाकेदार क्यों पहुंचा
जब भू-माफिया जेसीबी से पेड़ उखाड़कर ट्रैक्टर ट्राली से ढ़ो रहा था, तब ईकाई क्रमांक-1 का नाकेदार इरशाद कुरैशी मौके पर था। हालांकि मोरवन पार्क ईकाई क्रमांक-4 के तहत आता है। ऐसे में जांच और कार्रवाई के लिए प्रभारी डीएफओ विजय श्रीवास्तव को पूरी रिपोर्ट सौंप दी गई है।
सीधी बात
विजय श्रीवास्तव, प्रभारी डीएफओ, सीपीए
क्या राजसात की कार्रवाई की जाएगी?
- इस बारे में तैयारी कर ली गई है, लेकिन फाइनल तभी होगी, जब नगर निगम चाहेगा। सीपीए अब निगम के अंडर में होने से कार्रवाई सही से आगे बढेÞगी।
- मौके पर दूसरी बीट का नाकेदार क्यों था?
- इस बारे में प्रारंभिक जांच हो चुकी है और नाकेदार इरशाद कुरैशी से भी जवाब तलब किया जा रहा है। भू माफिया का विरोध नहीं करने पर कार्रवाई होगी।