भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जीवन के अनुभवों और अपनी विद्वता के आधार पर बच्चों को आत्मीयता से बताया कि बच्चे परीक्षा से संबंधित अपनी समस्या का समाधान सहजता और सरलता से कैसे कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों को बताया कि कैसे परीक्षा का तनाव न रहे और परीक्षा आनंद का उत्सव बन जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान "अपने भीतर मौजूद एक्जाम वॉरियर को जीवंत करें" विषय पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ विद्यार्थियों की "परीक्षा पे चर्चा-2023" में शामिल विद्यार्थियों को चर्चा के बाद संबोधित कर रहे थे। दिल्ली से वर्चुअली प्रसारित चर्चा में समत्व भवन से मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ भोपाल के 8 स्कूलों के 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरुण शमी, आयुक्त लोक शिक्षण श्री अभय वर्मा, अपर सचिव स्कूल शिक्षा श्री श्रीकांत भनोट और संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू एस. उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विद्यार्थियों को बताया कि समय प्रबंधन और समय का नियोजन कैसे करें। समस्याओं को कैसे सुलझाये और स्मार्ट तरीके से हार्ड वर्क कैसे किया जाए, जिससे कम समय में बेहतर परिणाम मिल सके। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने शिक्षकों और अभिभावकों से बच्चों को पढ़ाने के तरीके और बच्चों के व्यक्तित्व विकास और उनके विचारों को विस्तार देने के संबंध में भी चर्चा की। प्रधानमंत्री श्री मोदी की परीक्षा पे चर्चा से बच्चे प्रसन्न हैं। उनका मार्गदर्शन अद्भुत और अभूतपूर्व है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा दिए गए सूत्रों से बच्चे तनावमुक्त होकर परीक्षा को आनंद का उत्सव बनाने में सक्षम होंगे। वे अपनी प्रतिभा का स्वाभाविक प्रकटीकरण होने से आनंद और मस्ती से परीक्षा का सामना करेंगें तथा परिणाम भी बेहतर आएंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी का इस पहल के लिए आभार।