नहर गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया
बेगमगंज। 1857 की क्रांती में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर राजा शंकर शाह और उनके पुत्र रघुनाथ शाह गढ़ा, मंडला,जबलपुर के गोंड राजवंश के प्रतापी राजा के बलिदान दिवस पर आदिवासी समाज ने लोहा मील पर एकत्रित होकर वाहनों के साथ रैली निकाली जिसका राजनीतिक दलों भाजपा कांग्रेस वा समाजसेवी लोगों ने विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया । रैली मैं महिलाएं वीरगाथाएं गाती हुई चल रही थी वही युवा नारे लगा रहे थे कि संविधान की रक्षा कौन करेगा हम करेंगे हम करेंगे, देखो देखो कौन आया आदिवासी शेर आया, आदिवासी एकता जिंदाबाद आदि नारे लगाए गए। रैली नाहर गार्डन पहुंची जहां कार्यक्रम आयोजित किया गया है और स्वर्गीय राजाओं के चित्र पर माल्यार्पण किया जाकर उनके बलिदान को याद किया गया।
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आदिवासी समुदाय ने बलिदान दिवस पर निकाली रैली |
इस अवसर पर उपस्थित लोग को संबोधित करते हुए आदिवासी नेता नीलमणी शाह ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस राजवंश की कई पीढ़ियों ने देश की आजादी और समाज के आत्मसम्मान के लिए आपने प्राण न्यौछावर किए थे । राजा संग्राम शाह के बड़े पुत्र दलपत शाह थे जिनकी पत्नी रानी दुर्गावती और पुत्र वीरनारायण ने अपनी मात्रभूमि और आत्मसम्मान की रक्षा करते हुए अकबर की सेना से युद्ध कर अपना बलिदान दिया इसके पश्चात गढ़ा मंडला अकबर के अधीन हो गया अकबर ने अपनी अधीनता में शासन चलाने के लिये रानी दुर्गावती के देवर राजा दलपत शाह के छोटे भाई चंदा नरेश चन्द्र शाह को राजा बनाया इन्ही चन्द्र शाह की 11 वीं पीढ़ी में अमर शहीद शंकर शाह ने जन्म लिया राजा शंकर शाह और उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह ने 1857 की क्रांती में अपने प्राण अर्पित कर इस वंश से पुनः देश के लिये अपना बलिदान दिया ।
आदिवासी नेता जीएस मर्सकोले ने आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को लेकर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए सुल्तानगंज क्षेत्र में ही आदिवासियों पर अत्यधिक अत्याचार होने का मुद्दा उठाते हुए आदिवासी समाज से अत्याचार के खिलाफ एकजुट होने का आवाहन किया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से आदिवासियों के सिरमौर धर्मवीर सिंह, नीलमणि शाह,जी एस मर्सकोले, विजयपत राम जिला अध्यक्ष, सूरज उइके संरपंच प्रतिनिधि, रितु मरावी जिलाध्यक्ष जयत रायसे नारी शक्ति, लक्ष्मी मरावी सुल्तानगंज, पूजा पुर्ते सियरमऊ, हाकम भैया डुंगरिया, सुरजीत शाह चुनहेटिया जागीर, सूरज उइके, सोमेश आदिवासी संयोजक नगर समिति, सूर्यजीत सिंह राज परिवार चुनहेटिया, श्रीराम सेन,महेश पंडा सीहोरा, संतोष शिक्षक, कमलेश उईके, संतोष उईके, संजय तुकाराम,रमन इवने, मानसिंह, पप्पू ठाकुर, रामस्वरूप पुरी, पप्पू कड़िया, राम सिंह भल्लवी आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
आपको बता दें कि शहर में पहली बार इस तरह से आदिवासी समुदाय ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया जिसे राजनीतिक लोग आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर शक्ति प्रदर्शन मान रहे हैं।