अब नन्हीं वर्षा का दिल हमेशा धड़कता रहेगा और उसकी सांसें कभी नहीं अटकेंगी। वर्षा के दिल में छेद है, जिसका इलाज नहीं होने से दिन ब दिन हालत बिगडती जा रही थी। ऐसे में वर्षा की जान बचाने की गुहार लेकर कलेक्टोरेट पहुंची उसकी मां को अटल बाल हृदय उपचार योजना के तहत पूरा इलाज करवाने का भरोसा दिलाया गया तो उसकी आंखों में आंसू आ गए।
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नन्हीं वर्षा लाल फ्राक में अपनी मां और नानी के साथ |
अटल बाल हृदय उपचार योजना में मिलेगी मदद
दरअसल, 6 साल की वर्षा की मां पूनम उर्फ गंगा कृपलानी को उसके पति लक्ष्मण कृपलानी ने साथ रखने से मना कर दिया है। ऐसे में पूनम अपनी बेटियों वर्षा 6 साल और सान्या डेढ़ साल के साथ ईदगाह हिल्स पर एडवोकेट कालोनी के सामने रहती है और टिफिन बनाकर गुजारा कर रही है। पूनम ने बताया कि उसके पति लक्ष्मण कृपलानी की गुरु आर्शीवाद के नाम से ट्रैवल्स हैं और स्कूलों में बस सर्विस है। इसके बाद भी घर से निकाल दिया है और कोई मदद नहीं करता है। ऐसे में वर्षा की बीमारी का इलाज नहीं हो पा रहा है।
इलाज का प्रस्ताव जाएगा
एसडीएम अविनाश तिवारी से मिलने के बाद पूनम कृपलानी ने अपनी बच्चियों के साथ अकेले जीवन जीने और इलाज नहीं करवा पाने की परेशानी बताई। इस पर एसडीएम ने आश्वस्त किया कि, उसकी बच्ची की जान बचाने के लिए हर संभव मदद होगी। इसके साथ अटल बाल हृदय उपचार योजना के तहत जल्द से जल्द प्र्रस्ताव बनाकर भेजने के बारे में जानकारी दी। इसके साथ बीपीएल राशनकार्ड नहीं होने की परेशानी से छुटकारा दिलाते हुए तत्काल आवेदन जमा करवाया।