रेलिक संवाददाता, भोपाल
अब सहायक पंजीयक कार्यालय के हर कमरे में परेशान हाल लोगों का मेला नहीं लगता। अगर किसी को कोई परेशानी है तो सिर्फ एक परची पर समस्या लिखकर दे जाता है, जिसके बाद तीन से पांच दिन में समस्या समाधान होकर सूचना मिल जाती है।
असिस्टेंट रजिस्ट्रार शशि सिंह ने एकल खिड़की प्रणाली लागू की
सिर्फ एक स्लिप पर डिटेल लिखकर देने के बाद समस्या समाधान
यह संभव हो सका है असिस्टेंट रजिस्ट्रार, फर्म्स एंड सोसायटी शशि सिंह के नवाचार से, जिसके चलते अब कलेक्टोरेट स्थित भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की समितियों के विवाद और परेशानियों का निपटान बडेÞ आराम से हो रहा है। इसके लिए अब यह व्यवस्था की गई है कि, किसी का भी प्रवेश कार्यालय में वर्जित कर दिया गया है। अब समितियों के पंजीयन से लेकर किसी भी तरह की आपत्ति या आय व्यय का ब्यौरा आदि देने में होने वाली परेशानी के निराकरण के लिए एक परची लिखनी होती है। यह पर्ची मय नाम पते के सहायक पंजीयक तक पहुंचती है। इसके बाद उसी के अनुसार निर्देश देकर यह पर्ची संबंधित कर्मचारी के पास पहुंचा दी जाती है। इसमें समस्या समाधान करके जवाब देने की समयसीमा निर्धारित रहती है। इसके साथ ही आवेदक को दोबारा आने की भी झंझट नहीं रहती, बल्कि समस्या का निराकरण करने की सूचना हफ्तेभर में अंदर मिल जाती है। इस नई व्यवस्था का नतीजा यह निकला है कि, अब कार्यालय के हर कमरे में टेबिलों के सामने लगी रहने वाली भीड़ अब नजर नहीं आती।
50 हजार हैं पंजीकृत समितियां
असिस्टेंट रजिस्ट्रार, फर्म्स एंड सोसायटी, भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग कार्यालय के तहत 50 हजार से ज्यादा सोसायटी पंजीक़ृत हैं। इनमें एनजीओ, कर्मचारी संगठन और विभिन्न संस्थान संचालित करने के लिए रजिस्टर्ड करवाई गई सोसायटी में विवाद बने ही रहते हैं। इसके साथ ही सालाना सदस्यों की जानकारी और आय व्यय का ब्यौरा दिए जाने में किसी भी स्तर पर चूक होने पर नोटिस जारी हो जाते हैं।
फरमाते हैं जिम्मेदार
समस्या समाधान के लिए आने वालों को एक स्लिप पर सिर्फ सोसायटी का नाम और पंजीयन क्रमांक लिखने के बाद समस्या लिखनी होती है।
संबंधित कर्मचारी को निराकरण के लिए निर्देशित किया जाता है और 3 से 5 दिन में निपटारा करके सूचना दे दी जाती है।
सुश्री शशि सिंह, असिस्टेंट रजिस्ट्रार
अब रजिस्ट्रार आफिस में नहीं लगता मेला..!
जून 17, 2014
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