गर्मियों का मौसम नजदीक आते ही होने वाली आगजनी की घटनाओं को लेकर एक दमकल की कमी सालने लगती है, क्योंकि नगर के 18 वार्डो सहित साठ पंचायते नगर पालिका की एक मात्र दमकल के सहारे है क्षेत्र के जन प्रतिनिधी आज तक क्षेत्र को दूसरी दमकल उपलब्ध नहीं करा सके है। गर्मियों के मौसम में आगजनी की बढ़ती घटनाओं के बावजूद दमकल की बढ़ोत्तरी नहीं कराना जन प्रतिनिधियों के विकास के वायदों को आईना दिखाने के लिए काफी है।

जरूरत पर अन्य जगह से आती है दमकल
जब कभी ऐसी स्थिती बनती है कि एक ही समय में दूसरी जगह भी आग लग गई तो राहतगढ़ या सिलवानी से दमकल बुलवाना मजबूरी बन जाती है। कई बार तो ऐसा हुआ कि बेगमगंज की दमकल अन्य तहसील में आग बुझाने गई और क्षेत्र में आगजनी की घटना होने पर दूसरे जगह से दमकल को बुलाना पड़ा या रास्ते से ही दमकल को वापिस होना पड़ा।
हर गांववाले ने कहा, जरुरी है दमकल
सुल्तानगंज क्षेत्र के महेन्द्रसिंह खजुरिया, नत्थूसिंह, देशराज सिंह तोमर, वैजनाथसिंह यादव, दरयाव सिंह राजपूत, राकेश श्रीवास्तव, कमलेश पटेल, विशालसिंह राजपूत, गोविंद सिंह, नारायणसिंह, रामबाबू सोनी, खड़क सिंह, राजेन्द्र चौबे, कमलेश कुमार, महेन्द्र खरे, कन्छेदीलाल शर्मा, महेन्द्रसिंह पठया इत्यादि का कहना है कि सुल्तानगंज मुख्यालय पर दो दमकलों का होना आवश्यक है कई बाद जन प्रतिनिधियों को इस संबंध में अवगत कराकर ज्ञापन दिए गए लेकिन आजतक यहां दमकल उपलब्ध नहीं कराई गई। मरखेड़ा टप्पा के कमल सिंह, गुलाब सिंह, मढ़िया क्षेत्र के किशोर तिवारी, इस्माईल खान, जाहर सिंह, नसीम खान, राकेश जैन, महफूज खान, गोविंद सिंह, दामोदर प्रसाद,सुभान खां ने भी क्षेत्र में दमकल बढ़ाने की मांग को उचित ठहराते हुए गर्मियों के दिनों में इसकी आवश्यकता पर बल दिया और जन प्रतिनिधियों से क्षेत्र में दमकलों की संख्या बढ़ाने की मांग की है।