मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के यात्रियों को फूल माला पहना कर किया रवाना - NewsRelic

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के यात्रियों को फूल माला पहना कर किया रवाना

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बेगमगंज। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में असम कामाख्या देवी दर्शन हेतु बेगमगंज तहसील से 28 यात्री रवाना हुए। तीर्थ यात्रियों को जनपद पंचायत के परिसर से नगर मंडल अध्यक्ष कमल साहू, ग्रामीण मंडल अध्यक्ष जगदीश लोधी, जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि  पुष्पेंद्र सिंह ठाकुर,नगर पालिका अध्यक्ष संदीप लोधी,  जनपद सीईओ आशीष जोशी, ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया एवं शुभ यात्रा के लिए मंगलकामनाएं प्रेषित करते हुए बस के जरिए भोपाल रवाना किया। वहां से वह ट्रेन के जरिए आगे का सफर तय करेंगे। तीर्थ यात्रियों में विशेष रुप से भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेश ताम्रकार ,नत्थू सिंह बड़े भैया ,  भगवान सिंह लोधी ,  राकेश भार्गव ,  शिवराज सिंह गोरखी , माधोसिंह बुंदेला, नंदन व्यास आदि शामिल है।

तीर्थ यात्रियों को रवाना करते हुए

प्रशासन की ओर से प्रभारी के रूप में जनपद पंचायत के कर्मी केके यादव को भेजा गया है । जोकि सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन के साथ आने - जाने ,ठहरने एवं भोजन इत्यादि की व्यवस्था के लिए तैनात रहेंगे ।

आपको बता दें कि कामाख्या मंदिर असम की राजधानी दिसपुर के पास गुवाहाटी से आठ किमी दूर कामाख्या में है। कामाख्या से भी दस किमी दूर नीलाचल पर्व॑त पर स्थित है। यह मंदिर शक्ति की देवी सती का मंदिर है। यह मंदिर एक पहाड़ी पर बना है व इसका महत्व तांत्रिक महत्व है। प्राचीन काल से सतयुगीन तीर्थ कामाख्या वर्तमान में तंत्र सिद्धि का सर्वोच्च स्थल है। पूर्वोत्तर के मुख्य द्वार कहे जाने वाले असम राज्य की राजधानी दिसपुर से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नीलांचल अथवा नीलशैल पर्वतमालाओं पर स्थित मां भगवती कामाख्या का सिद्ध शक्तिपीठ सती के इक्यावन शक्तिपीठों में सर्वोच्च स्थान रखता है। यहीं भगवती की हमहामुद्रा (योनि-कुण्ड) स्थित है। ये अष्टादश महाशक्तिपीठ स्तोत्र के अन्तर्गत है जो आदि शंकराचार्य ने लिखा था।देश भर मे अनेकों सिद्ध स्थान है जहाँ माता सुक्ष्म स्वरूप मे निवास करती है प्रमुख महाशक्तिपीठों मे माता कामाख्या का यह मंदिर सुशोभित है हिंगलाज की भवानी, कांगड़ा की ज्वालामुखी, सहारनपुर की शाकम्भरी देवी, विन्ध्याचल की विन्ध्यावासिनी देवी आदि महान शक्तिपीठ श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र एवं तंत्र- मंत्र, योग-साधना के सिद्ध स्थान है। यहाँ मान्यता है, कि जो भी बाहर से आए भक्तगण जीवन में तीन बार दर्शन कर लेते हैं उनके सांसारिक भव बंधन से मुक्ति मिल जाती है । शासन की तीर्थ दर्शन योजना के तहत सभी 28 तीर्थयात्री कामाख्या देवी के दर्शन के लिए जाते वक्त सरकार के प्रती कृतज्ञता  व्यक्त करते नजर आए।

इस अवसर पर विशेष रूप से  जनपद सदस्यों में  राजेंद्र सिंह सोलंकी , राजा लोधी , सरपंच संघ अध्यक्ष भगवान सिंह सोलंकी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष शहादत अली ,सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे ।


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