अब सफाई कर्मी करेंगे लिपिक एवं दरोगा का काम
जौरा.

मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा निकाय के एक पार्षद को निजी लाभ देने की गरज से हाल ही में उसके सफाई कर्मी के पद पर कार्यरत एक भाई एवं पुत्र को आवक-जावक लिपिक एवं प्रभारी दरोगा बनाये जाने के मनमाने आदेश जारी किये हैं। ज्ञातव्य हो कि उक्त पार्षद का सफाई कर्मी के पद पर पदस्थ एक अन्य भाई पूर्व से ही प्रभारी दरोगा का कामकाज देख रहा है। जानकारों का कहना है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी को बगैर अध्यक्षीय परिषद के ठहराव के इस प्रकार के आदेश जारी करने का अधिकार नहीं है। हद तो यह है कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने इस आदेश में राज्य शासन के बरिष्ठताक्रम के दिशा-निर्देशों की भी की है।
सुशासन की शपथ के बाद कुशासन...
मुख्य नगर पालिका अधिकारी के आदेश के बाद निकाय के जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारी सकते में हैं। इसके साथ ही इस मनमाने आदेश के बदले में लेन देन की चर्चाएं भी जोर पकड़ रहीं हैं। कुछ लोग हाल ही में सीएमओ के निजी ड्रायवर के निकाय सामग्री को शासकीय गाड़ी में रखकर कबाड़े की दुकान पर बेचने के दौरान रंगे हाथों पकड़े जाने के मामले में पार्षद का मुंह बंद करने का प्रयास बता रहे हैं।
कर्मचारी पूर्व में ही कर चुके हैं शिकायत...
पार्षद एवं उसके परिजनों के संबंध में निकाय के सभी कर्मचारी सामूहिक रूप से पूर्व में ही प्रशासनिक अधिकारियों सहित मंत्रालय को पद का दुरूपयोग करने एवं निकाय में स्वार्थों की पूर्ति के लिये कर्मचारियों पर अनावश्यक दबाव डालने की शिकायत कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार सालभर पहले निकाय में पदस्थ लेखापाल एवं कैशियर भी एक लिखित आवेदन देकर इसी पार्षद एव उसके रिश्तेदारों के खिलाफ दबाव ड़ालने और धमकी देने की शिकायत कर चुके हैं।